मोहम्मद कैफ के संगम स्नान पर भड़के यति नरसिंहानंद : महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री बैन की मांग, कहा- कुंभ हमारा पवित्र स्थल

UPT | यति नरसिंहानंद गिरि

Jan 02, 2025 16:46

जहां कुछ लोग इस धार्मिक क्रिया को एक सकारात्मक पहलू मान रहे थे। वहीं जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर और प्राचीन मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने इसे लेकर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

Ghaziabad News : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित संगम में हाल ही में क्रिकेटर मोहम्मद कैफ द्वारा गंगा स्नान किए जाने का वीडियो वायरल हो गया है। इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा को जन्म दिया और यह जल्द ही प्रमुख समाचार बन गया। जहां कुछ लोग इस धार्मिक क्रिया को एक सकारात्मक पहलू मान रहे थे। वहीं जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर और प्राचीन मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने इसे लेकर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह "बहुत गलत" हुआ है और इस पर एक धार्मिक विवाद खड़ा कर दिया।

महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री बैन की मांग
यति नरसिंहानंद गिरि ने महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री को लेकर कहा कि इसे पूरी तरह से बैन किया जाना चाहिए। उन्होंने यह बयान देते हुए यह भी कहा कि महाकुंभ हिंदुओं का एक पवित्र आयोजन है और इस पवित्र आयोजन में मुस्लिमों की एंट्री के खिलाफ निर्णय जूना अखाड़ा परिषद द्वारा लिया गया है। उनका मानना था कि महाकुंभ में सिर्फ हिंदू श्रद्धालुओं को ही प्रवेश करना चाहिए, क्योंकि यह स्थल हिंदू धर्म से जुड़ा हुआ है और उसकी पवित्रता को बनाए रखना चाहिए। नरसिंहानंद ने आरोप लगाया कि कुछ जगहों पर धार्मिक आस्थाओं और स्थलों का अपमान किया जा रहा है, जैसे खाने में थूक मिलाने की घटनाएं। जिनकी निंदा उन्होंने की और कहा कि ऐसी घटनाओं को रोका जाना चाहिए। नरसिंहानंद का कहना था कि कुंभ मेला केवल हिंदू धर्म से संबंधित है और इसमें किसी अन्य धर्म के व्यक्तियों का प्रवेश नहीं होना चाहिए। इस बयान से यह संकेत मिलता है कि वे भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्थाओं के संदर्भ में एक संकीर्ण दृष्टिकोण अपनाते हैं, जो विवाद को और बढ़ावा दे सकता है।


'मोहन भागवत भगवान नहीं'
इसके अलावा, नरसिंहानंद गिरि ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत को लेकर भी विवादित बयान दिया। उन्होंने मोहन भागवत के बारे में कहा कि "वह कोई भगवान नहीं हैं" और उनके द्वारा किए गए बयानों पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि हिंदू धर्म के मंदिरों को दुनिया भर में खोजा जाना चाहिए और उन मंदिरों को वापस लाया जाना चाहिए जो वर्तमान में अन्य धर्मों के कब्जे में हैं। नरसिंहानंद ने कहा कि हिंदू धर्म के मंदिरों के लिए संघर्ष किया जाना चाहिए, ताकि वे फिर से हिंदू समाज के स्वामित्व में आ सकें।

वक्फ पर नरसिंहानंद की तीखी टिप्पणी
नरसिंहानंद गिरि ने वक्फ से संबंधित भी एक और बयान दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि वक्फ को समाप्त किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि जो लोग वक्फ की मांग कर रहे हैं। उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान ने बटवारे के समय धर्म के नाम पर भारत से भूमि ली थी। उन्होंने वक्फ को लेकर यह भी कहा कि अब इसके लिए कोई औचित्य नहीं रह गया है। यह बयान भी अत्यधिक विवादास्पद है, क्योंकि यह भारत के मुस्लिम समुदाय और पाकिस्तान से संबंधित मुद्दों को एक साथ जोड़ता है।

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