Ghaziabad News : सावधान! दूध में रिफाइंड पॉम ऑयल, बटर में मार्गरीन की मिलावट

UPT | गाजियाबाद में बिकने वाली हर खाने की चीज में मिलावट का खतरा।

Jun 07, 2024 18:51

दो महीने में 133 नमूने लिए गए। जिसमें से 177 सैंपल फेल मिले हैं। इनमें से दूध और दूध से बने पदार्थ जैसे पनीर, खोया, मिठाईयां, बटर और घी के सैंपल 12 सैंपल लिए गए थे। जिसमें से 11 सैंपल फेल मिले...

Short Highlights
  • 60 फीसदी से अधिक दूध-दूध से निर्मित उत्पादों के सेंपल फेल
  •  दूध और दूध के उत्पादों में से 100 में से 67 सैंपल फेल
  • पिछले दो महीने में 133 नमूनों में से 117 सैंपल फेल
Ghaziabad News : गाजियाबाद में दूध में रिफाइंड या पॉम ऑयल, बटर में मार्गरीन, मिठाइयों में मानक से अधिक रंग और नमकीन में असुरक्षित रंगों की मिलावट हो रही है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की तरफ से पिछले दो महीने में 133 नमूने लिए गए। जिसमें से 177 सैंपल फेल मिले हैं। इनमें से दूध और दूध से बने पदार्थ जैसे पनीर, खोया, मिठाईयां, बटर और घी के सैंपल 12 सैंपल लिए गए थे। जिसमें से 11 सैंपल फेल मिले हैं। वहीं पिछले साल लिए गए कुल 100 से अधिक सैंपल में से 67 सैंपल फेल पाए गए थे।

दो महीने के सैंपल की रिपोर्ट विभाग को मिली
अप्रैल और मई माह में विभाग की तरफ से दूध और उससे निर्मित 12 सैंपल लिए गए हैं और इसी माह पिछले दो महीने के सैंपल की रिपोर्ट विभाग को मिली है। जिसमें से 11 सैंपल फेल मिले हैं। इसके अलावा पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 100 सैंपल लिए गए थे जिनमें से 67 सैंपल फेल पाए गए हैं।

मई माह में 56 फीसदी सैंपल मिले फेल
वित्तीय वर्ष 2024-25 के अप्रैल और मई में विभाग ने 418 दुकानों का निरीक्षण कर 111 सैंपल एकत्र किए थे। मई माह में 158 नमूनों की जांच रिपोर्ट विभाग को मिली। जिनमें से फरवरी, मार्च में लिए गए सैंपल की रिपोर्ट शामिल हैं। इनमें से 88 नमूने फेल मिले। जिसमें से 40 अधोमानक और 38 सैंपल असुरक्षित पाए गए। 10 सैंपल ऐसे रहे जिसमें नियमों की अनदेखी रही। भेजे गए सैंपल में से 56 फीसदी सैंपल फेल पाए गए हैं।

दूध से फैट निकाल कर उसमें पॉम ऑयल की मिलावट 
खाद्य सुरक्षा अधिकारी एनएन झा ने बताया कि दूध से फैट निकाल कर उसमें पॉम ऑयल या वेजिटेबल ऑयल की मिलावट की जाती है। यह हाल खोया और पनीर का भी है। यह खाद्य सुरक्षा विभाग में असुरक्षित श्रेणी का माना जाता है। क्योंकि उपभोक्ता दूध, पनीर, घी, खोया को शुद्ध समझ कर इस्तेमाल कर रहा है लेकिन धोखे से उसको मिलावटी पदार्थ खिलाया जा रहा है। बटर में मार्गरीन की मिलावट मिलती है।
गाजियाबाद अभीहित अधिकारी डॉ. अरविंद यादव ने बताया कि मिलावटी सामग्रियों पर रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस बार एडीएम कोर्ट ने 75 केस पर 81 लाख का 70 हजार का जुर्माना भी लगाया है। दूध,पनीर, खोया में सबसे अधिक मिलावट मिलती है जिनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाती है। जल्द ही
सब्जियों और फलों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।

जानिए किसमें किस चीज की हो रही मिलावट 
सरसों का तेल : घटिया सरसों, रिफाइंड
दूध : पानी, फैट कम, फैट की जगह रिफाइंड का इस्तेमाल
खोआ : वसा की कमी, रिफाइंड का इस्तेमाल
बटर- मार्गरीन या रिफाइंड का इस्तेमाल
घी : पाम ऑयल, वनस्पति
सब्जी-फल : रंग चढ़ा-फलों पर मोम की पॉलिश
बेसन : सूजी, पीला रंग
हल्दी : पीला रंग,
मिर्च-धनिया : डंठल, लाल रंग
नमकीन- रंग की मिलावट, रंग मिलाने की अनुमति नहीं

बोले चिकित्सक सेवन से किडनी और दिल को खतरा 
डॉ.अंशुल वाष्णेय ने बता कि किडनी, दिल के रोगियों या व्यक्ति जिनको रिफाइंड ऑयल,पॉम आयल सहित अन्य फैट के सेवन से खतरा होता है। वह गाय के दूध या घी का सेवन कम मात्रा में कर सकते हैं लेकिन ऐसे मिलावटी दूध की सामग्री का इस्तेमाल उनकी सेहत से खिलवाड़ है।

Also Read