राशनकार्ड को लेकर बड़ा अपडेट : अब राशन लेने के लिए ई-पास मशीन में लगेगा अंगूठा, पढ़िए पूरी खबर...

Uttar Pradesh Times | राशनकार्डों में दर्ज यूनिटों की ई-केवाईसी

Jan 27, 2024 18:16

आपूर्ति विभाग ने ऐसे फर्जीवाडा को रोकने के लिए ही इस तरह की यूनिटों को राशन कार्ड से हटाने के लिए ई-केवाईसी कराने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था फरवरी माह से शुरू होने की उम्मीद है।

Short Highlights
  • राशनकार्ड में दर्ज प्रत्येक व्यक्ति को लगाना होगा अंगूठा
  • राशन कार्ड के हर यूनिट का होगा ई-केवाईसी
Ghaziabad News : आपूर्ति विभाग ने राशन कार्डों के यूनिटों सत्यापन का नया तरीका निकाला है। आपूर्ति विभाग अब राशनकार्डों में दर्ज यूनिटों की ई-केवाईसी कराएगा। इसके तहत राशन कार्ड के प्रत्येक यूनिट को एक बार ई-पास मशीन में अंगूठा लगाना जरूरी होगा। इसका समय आपूर्ति विभाग की ओर से निर्धारित किया जाएगा। इसके बाद राशन कार्ड धारकों का कोई एक यूनिट का सदस्य ई-पास मशीन में अंगूठा लगाकर राशन प्राप्त कर सकता है।

अंगूठा लगाकर होगा राशन प्राप्त
राशन कार्ड धारकों का कोई भी एक यूनिट ई-पास मशीन में अंगूठा लगाकर राशन प्राप्त कर सकेगा। पिछले कई सालों से यह व्यवस्था चल रही है। ऐसे में जिस व्यक्ति का निधन हो गया है, उसका खाद्यान्न भी लाभार्थी उठा रहे थे। नियम के अनुसार, इसकी सूचना विभाग को देनी जरूरी होती है। जिससे कार्ड से ऐसे यूनिट को हटाया जा सके।

ई-केवाईसी कराने का फैसला
आपूर्ति विभाग ने ऐसे फर्जीवाडा को रोकने के लिए ही इस तरह की यूनिटों को राशन कार्ड से हटाने के लिए ई-केवाईसी कराने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था फरवरी माह से शुरू होने की उम्मीद है। इसमें सभी यूनिटों को क्रम वार अलग-अलग महीनों में ई-पास मशीन में अंगूठा लगाने का मौका दिया जाएगा। इस व्यवस्था से ऐसे यूनिट का पता चल जाएगा। जिनका निधन हो चुका है या फिर जो कि बाहर गए हैं। इसे लेकर आपूर्ति विभाग ने खाका तैयार किया है। विभाग यूनिटों की सुविधा के मुताबिक समय निर्धारित करना चाहता है। जिससे गैर जनपद और गैर राज्यों में काम करने गए लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

2011 की जनगणना के मानक पर योजना संचालित
जिला पूर्ति अधिकारी गाजियाबाद ने बताया कि पात्र गृहस्थी और अंत्योदय योजना वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक संचालित हो रही है। वर्तमान में गाजियाबाद जिले की आबादी 35 लाख के करीब है। सत्यापन न होने के चलते रिक्त स्थान कम ही बन पाया है। फिलहाल जिले का लक्ष्य पूरा चल रहा है। नए कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। यूनिटों के सत्यापन के लिए ई-केवाईसी व्यवस्था को अमल में लाया जा रहा है। इससे मृतक यूनिटों की पहचान हो जाएगी। उनके स्थान पर नए यूनिट जोड़े जाएंगे।

क्या बोले अधिकारी ?
जिला पूर्ति अधिकारी गाजियाबाद सीमा बालियान ने बताया कि योजना को जल्द ही शुरू किया जाएगा। इससे अंत्योदय योजना के तहत बांटे जा रहे खाद्यान्न में किए जाने वाला फर्जीवाड़ा पकड़ में आएगा। गाजियाबाद में घरेलू कैटिगरी में करीब 4 लाख 48 हजार और अंत्योदय योजना के तहत करीब 9500 लाभार्थी हैं।

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