रेलवे ट्रैक सुरक्षा : पश्चिमी यूपी में हाई अलर्ट, ड्रोन और सीसीटीवी से होगी निगरानी

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Sep 30, 2024 12:17

देशभर में रेलवे ट्रैक को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं की बढ़ती संख्या के मद्देनज़र वेस्ट यूपी में सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है। हाल के दिनों में कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को...

Meerut News : देशभर में रेलवे ट्रैक को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं की बढ़ती संख्या के मद्देनज़र वेस्ट यूपी में सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है। हाल के दिनों में कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटने की साजिश सहित कई गंभीर घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। इन घटनाओं को रोकने और ट्रैक की सुरक्षा को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से मेरठ जोन की पुलिस ने एक व्यापक सुरक्षा योजना तैयार की है, जिसमें तीन महत्वपूर्ण मंडल– मुरादाबाद, दिल्ली और अंबाला के रेलवे ट्रैक की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है।


ड्रोन और सीसीटीवी की मदद से ट्रैक की निगरानी
मेरठ जोन के एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर की अगुवाई में रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की गई है। जिसमें आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारियों की भी भागीदारी है। इस योजना के तहत रेलवे ट्रैक पर ड्रोन कैमरों की तैनाती और सीसीटीवी कैमरों की संख्या में वृद्धि की जाएगी। इस समय मेरठ, मुरादाबाद और अंबाला मंडल के ट्रैक पर 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की योजना है। जिससे दिन-रात होने वाली गतिविधियों की निगरानी हो सकेगी। साथ ही ड्रोन कैमरों की सहायता से रेलवे ट्रैक की निगरानी की जाएगी। जो विशेष रूप से उन स्थानों पर फोकस करेंगे जहां नियमित जांच संभव नहीं है। रेलवे के ट्रैकमैन के शेड्यूल में बदलाव किया गया है, जिससे निरीक्षण और अधिक सख्ती से किया जा सके। इसके अलावा औचक निरीक्षण की व्यवस्था भी लागू की गई है, जिससे किसी भी अनियमित गतिविधि का तुरंत पता लगाया जा सके।

थाना पुलिस और ट्रैक की सामूहिक जांच
इस योजना के तहत उन थानाक्षेत्रों की पुलिस भी सक्रिय भूमिका निभाएगी जिनसे रेलवे ट्रैक गुजरता है। थाना पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ की टीम मिलकर ट्रैक की सामूहिक जांच करेगी। इसके अलावा सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए स्थानीय स्तर पर एसटीएफ और जिलों की एसओजी सर्विलांस टीम को भी लगाया गया है। जो संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखेंगी। सुरक्षा को और मजबूती देने के लिए मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है।

राज्य स्तरीय आदेश और कार्ययोजना
इस सुरक्षा अभियान के तहत 11 सितंबर, 2024 को डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेशभर के सभी एडीजी और आईजी को रेलवे ट्रैक की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में मेरठ जोन के एडीजी ने आरपीएफ और जीआरपी के मुरादाबाद, दिल्ली और अंबाला मंडल के अधिकारियों के साथ मिलकर एक व्यापक सुरक्षा योजना तैयार की। रेलवे ट्रैक की सुरक्षा योजना में तत्काल प्रभाव से बदलाव किए गए हैं। ट्रैकमैन द्वारा किए जाने वाले निरीक्षण का समय बदला गया है और पुलिस द्वारा औचक निरीक्षण की व्यवस्था भी लागू की गई है। इसके अतिरिक्त रात में भी थाना पुलिस की टीम रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेगी। 

एडीजी मेरठ का बयान
एडीजी मेरठ ध्रुवकांत ठाकुर ने कहा, "रेलवे ट्रैक की सुरक्षा में लगातार सेंधमारी हो रही है, जिसे देखते हुए यह सुरक्षा खाका तैयार किया गया है। तीन महत्वपूर्ण मंडलों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मेरठ जोन पुलिस पर है। हम इस कार्य के लिए रेलवे अधिकारियों, जीआरपी और आरपीएफ के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।"

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