पुलिस भर्ती परीक्षा में बड़ा खुलासा : सॉल्वर गैंग को एक दिन पहले ही मिल गया था हरियाणा से लीक हुआ पेपर

UPT | Solver gang caught in Meerut

Mar 07, 2024 19:03

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। एक दिन पहले मेरठ में पकड़े गए गैंग से पूछताछ के बाद सामने आया कि हरियाणा के एक शख्स ने मेरठ के सॉल्वर गैंग को…

Meerut News : यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। एक दिन पहले मेरठ में पकड़े गए गैंग से पूछताछ के बाद सामने आया कि हरियाणा के एक शख्स ने मेरठ के सॉल्वर गैंग को परीक्षा से एक दिन पहले ही प्रश्न पत्र और आंसर-की दे दी थी। जिसके बाद सॉल्वर गैंग के लोग एग्जाम देने वाले अभ्यर्थियों से सौदेबाजी करने में लगे हुए थे। वहीं सॉल्वर गैंग ने इसके एवज में 8 से 10 लाख रुपये लेकर पेपर और आंसर की उपलब्ध कराई गई थी। मेरठ में एसटीएफ द्वारा पकड़े गए सॉल्वर गैंग के 6 लोगों से पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ। फिलहाल पुलिस और एसटीएफ इनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।

इस मामले में अब तक हुई कार्रवाई
बता दें कि 17-18 फरवरी को पूरे प्रदेश भर में दो पालियों में पुलिस भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। जिसमें आरक्षी के 60 हजार 244 पद शामिल थे। वहीं इस परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे। वहीं इस परीक्षा के दौरान 287 सॉल्वर और उनके गैंग से जुड़े लोग पकड़े गए थे। छात्रों का आरोप था कि परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर वॉट्सऐप और टेलीग्राम ग्रुपों में सर्कुलेट हो चुका था। जांच में पेपर लीक होने के सबूत मिलने के बाद योगी सरकार ने पेपर कैंसिल करते हुए 6 महीने के अंदर दोबारा पेपर करवाए जाने के निर्देश दिए थे। साथ ही इस मामले में डीजी रेणुका मिश्रा को पुलिस भर्ती बोर्ड से हटा दिया गया और उनकी जगह राजीव कृष्ण को प्रभार सौंपा गया।

मेरठ से पकड़ा गया सॉल्वर गैंग
जांच कर रही एसटीएफ की मेरठ यूनिट को जानकारी मिली थी कि कंकरखेड़ा के नगलाताशी गांव में सॉल्वर गैंग के मेंबर्स मौजूद हैं। जिसके चलते बुधवार को STF की फील्ड यूनिट वहां पहुंची और एक मकान से 6 लोगों को अरेस्ट किया। इनके पास से एसटीएफ ने 8 मोबाइल, यूपी पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा के पेपर की आंसर-की बरामद की। पूछताछ में सामने आया कि उन्होंने अभ्यर्थियों तक पेपर पहुंचाए। जिन लोगों को पकड़ा गया है उनमें कंकरखेड़ा का दीपू उर्फ दीपक, नवीन कुमार, साहिल और प्रवीण, सरधना में रहने वाला बिट्‌टू, टीपीनगर का रोहित उर्फ ललित शामिल थे। पकड़े गए सभी 6 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया।

हरियाणा से मिला था पेपर और आंसर की
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि 18 फरवरी 2024 को यूपी पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा की द्वितीय पाली का पेपर होना था। जिसका पेपर और आंसर-की 17 फरवरी को ही सॉल्वर्स को मिल गए थे। बताया कि हरियाणा के रहने वाले एक व्यक्ति ने पेपर और आंसर की प्रवेश प्रधान, गुलजार, आसिफ और गौरव दिए थे। ये चारों लोग मेरठ के अलग-अलग इलाके के रहने वाले हैं। इन चारों लोगों ने ये पेपर और आंसर-की रोहित उर्फ ललित को दी थी। रोहित से यह पेपर दीपू उर्फ दीपक को मिले थे। दीपक के साथ मिलकर प्रवेश, बिट्टू, आसिफ, मोनू, गुलजार सभी लोग भर्ती परीक्षाओं के पेपर आउट कराने का ठेका लेते हैं। हरियाणा से एक व्यक्ति ने पूरे गिरोह को पुलिस भर्ती पेपर की आंसर-की और पेपर दिए। ये लोग अभ्यर्थियों को पैसे के बदले पेपर आउट कराते और आंसर-की देते थे। बताया गया कि पेपर आउट के लिए अभ्यर्थियों को तय करने का काम प्रवीण, रोहित, नवीन, डब्बू, साहिल और गौरव का होता था। ये चारों लोग मिलकर अभ्यर्थियों को पेपर आउट कराने के बदले 8 से 10 लाख रुपए में सौदा करते थे।

अभी राज खुलने बाकी
पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले को लेकर मेरठ STF के एसपी बृजेश कुमार सिंह का कहना है कि ,"इस गैंग में कुल 14 सदस्य हैं। पुलिस फरार 8 आरोपियों की तलाश में भी जुट गई है। पकड़े गए आरोपियों ने 18 फरवरी को दूसरी शिफ्ट का पेपर लीक किया था। आरोपियों के मोबाइल व लैपटॉप से पेपर लीक से जुड़ी कई जानकारियां मिलीं हैं।"

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