गुलदार का खौफनाक हमला : बिजनौर में मां-बेटे पर जानलेवा हमला किया, महिला गंभीर रूप से घायल

UPT | हमलावर गुलदार

Oct 13, 2024 12:33

यूपी के बिजनौर जिले के मंडावर थाना अंतर्गत गांव दयालवाला के पास शनिवार शाम को बाइक सवार मां-बेटे पर एक गुलदार ने हमला कर दिया। इससे  एक 42 वर्षीय महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।

Bijnor News : उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक गुलदार द्वारा किए गए हमले ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी है। यह घटना मंडावर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दयालवाला गांव के पास शनिवार की शाम को हुई, जब एक मां और उसका बेटा मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने गांव लौट रहे थे।

गुलदार के हमले से महिला के सिर पर गहरा घाव
42 वर्षीय महेंद्री नाम की महिला अपने बेटे के साथ दयालवाला गांव से अपने निवास स्थान कुंदनपुर की ओर जा रही थी। अचानक, एक गुलदार ने उन पर हमला कर दिया, जिससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। हमले में महिला के सिर पर गहरा घाव लगा और उसके हाथों पर गुलदार के पंजों के निशान पड़ गए। 


चीख सुनकर ग्रामीण और राहगीर मदद के लिए पहुंचे
महेंद्री और उसके बेटे की चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण और राहगीर तुरंत मदद के लिए दौड़ पड़े। लोगों का शोर सुनकर गुलदार वहां से भाग गया। घायल महिला को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे उच्च चिकित्सा सुविधाओं के लिए मेरठ रेफर कर दिया।

वन विभाग ने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गए। बिजनौर के डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ) ज्ञान सिंह ने बताया कि घटनास्थल पर जांच के लिए एक टीम भेजी गई है। वन विभाग ने स्थानीय लोगों को आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

ग्रामीणों ने वन विभाग पर आरोप लगाया 
इस घटना ने क्षेत्र के निवासियों में भय और आक्रोश की भावना पैदा कर दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह गुलदार पिछले कुछ दिनों से इलाके में देखा जा रहा था और पहले मवेशियों पर हमला कर रहा था, लेकिन अब उसने मनुष्यों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों ने वन विभाग पर आरोप लगाया है कि वह इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है। उन्होंने कहा कि किसान अब अपने खेतों में जाने से डर रहे हैं, क्योंकि गुलदार की उपस्थिति से उनके जीवन को खतरा है।

वन विभाग से गुलदार को पकड़ने की मांग
स्थानीय समुदाय ने जिला प्रशासन और वन विभाग से मांग की है कि वे इस खतरनाक गुलदार को जल्द से जल्द पकड़ें और उसका सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि अगर समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में और भी घातक घटनाएं हो सकती हैं।

Also Read