वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश : दो लोग गिरफ्तार, चोरी की गई सात मोटरसाइकिल बरामद, सभी फर्जी नंबर प्लेट से चल रही थीं

UPT | पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।

Jan 01, 2025 20:44

नजीबाबाद पुलिस ने वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सरगना और एक अन्य को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से चोरी की सात मोटरसाइकिलें बरामद की गईं, जिन पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। पुलिस ने यह कार्रवाई गोपनीय सूचना पर की।

Bijnor News : उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की नजीबाबाद पुलिस ने बुधवार को वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के सरगना सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से चोरी की गई सात मोटरसाइकिल बरामद की हैं। ये सभी मोटरसाइकिल फर्जी नंबर प्लेट से सुसज्जित थीं। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से न केवल वाहन चोरी की घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है, बल्कि यह भी साबित हो गया है कि पुलिस चोर गिरोहों पर नजर रखने और उन्हें पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।



गिरोह बिजनौर और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय था
नजीबाबाद क्षेत्राधिकारी (सीओ) देश दीपक सिंह ने बताया कि आरोपियों की पहचान गैंग लीडर सर्वजीत सिंह और रितिश कर्णवाल उर्फ शानू के रूप में हुई है। यह गिरोह बिजनौर और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय था। पुलिस को इस गिरोह के बारे में जानकारी गोपनीय सूचना और स्थानीय इंटेलिजेंस के माध्यम से मिली थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों आरोपी मालन नदी के पुल पर चोरी की मोटरसाइकिल से आने वाले हैं। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने तुरंत जाल बिछाया और दोनों आरोपियों को पकड़ लिया।

दोनों आरोपियों को मोटरसाइकिल पर देखा गया था
सीओ ने बताया कि दोनों आरोपियों को मोटरसाइकिल पर देखा गया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। जब पुलिस ने इन आरोपियों से मोटरसाइकिल के मालिकाना हक के बारे में पूछा, तो वे कोई दस्तावेज नहीं पेश कर सके। इसके बाद आरोपियों से कड़ी पूछताछ की गई और उन्होंने बताया कि उन्होंने यह मोटरसाइकिलें अपने दो अन्य साथी इरफान और गुरपेज के साथ मिलकर बिजनौर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से चोरी की थीं। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर चोरी की छह और मोटरसाइकिलें बरामद की।

भीड़-भाड़ वाले इलाकों में खड़ी मोटरसाइकिलों को निशाना बनाकर चोरी करते थे
सर्वजीत सिंह और रितिश कर्णवाल ने पुलिस को बताया कि वे खासकर भीड़-भाड़ वाले इलाकों जैसे कि बैंक, अस्पताल, और स्कूल के बाहर खड़ी मोटरसाइकिलों को निशाना बनाकर चोरी करते थे। ये दोनों आरोपी अपनी रेकी के जरिए पहले मोटरसाइकिलों की पहचान करते थे और फिर चोरी कर लेते थे। इसके बाद, पुलिस के पकड़ने के डर से वे इन मोटरसाइकिलों के नंबर प्लेट, इंजन नंबर और चेचिस नंबर बदल देते थे। इन बदलें गए नंबर प्लेट्स के साथ चोरी की गई मोटरसाइकिलों को वे बेचते थे और जो पैसे मिलते थे, उसे आपस में बांट लेते थे। इस तरह से उनका यह गिरोह अच्छा खासा धन अर्जित कर रहा था।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ पहले से ही अपराधिक मामले दर्ज
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ पहले से ही अपराध दर्ज होने का सिलसिला था। सर्वजीत सिंह के खिलाफ बिजनौर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कुल 9 अपराधिक मामले दर्ज हैं, वहीं रितिश कर्णवाल उर्फ शानू के खिलाफ 8 अपराधिक मामले दर्ज हैं। यह गिरोह लंबे समय से चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था और पुलिस को उनकी तलाश थी। अब पुलिस ने इनके साथियों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमों का गठन कर दिया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता जरूरी
बिजनौर पुलिस की यह कार्रवाई उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो चोरी के रास्ते से धन कमाने की कोशिश करते हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता फैलाना जरूरी है, ताकि लोग अपनी मोटरसाइकिलों और अन्य वाहनों को सुरक्षित रखने के लिए उचित कदम उठाएं। पुलिस की इस सफल कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि अपराधियों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई की जाएगी और लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। 

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