Indian Railway : रक्षाबंधन पर रेल यात्रा की बढ़ी मांग, त्योहार से पहले ही कई प्रमुख मार्गों पर टिकट फुल     

UPT | रक्षाबंधन पर रेल यात्रा की बढ़ी मांग

Aug 02, 2024 13:44

त्योहार से 18 दिन पहले ही कई प्रमुख ट्रेनों में सीटें पूरी तरह से भर चुकी हैं, जिससे यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए विकल्प तलाशने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। रानीखेत और श्रमजीवी जैसी...

Short Highlights
  • रक्षाबंधन से पहले ही कई प्रमुख ट्रेनों में सीटें  भर चुकी हैं
  • रानीखेत और श्रमजीवी जैसी ट्रेनों में सभी सीटें फुल हो चुकी हैं
  • अधिकांश ट्रेनों में सिर्फ वेटिंग लिस्ट के टिकट ही उपलब्ध हैं
Moradabad News : रक्षाबंधन त्योहार के आगमन से पहले ही उत्तर प्रदेश के रेल मार्गों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। त्योहार से 18 दिन पहले ही कई प्रमुख ट्रेनों में सीटें पूरी तरह से भर चुकी हैं, जिससे यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए विकल्प तलाशने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। रानीखेत और श्रमजीवी जैसी लोकप्रिय ट्रेनों में सभी सीटें फुल हो चुकी हैं, जबकि अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर भी अधिकांश ट्रेनों में सिर्फ वेटिंग लिस्ट के टिकट ही उपलब्ध हैं।

प्रमुख शहरों के लिए टिकट मिलना मुश्किल
इसमें मुख्य रूप से लखनऊ, पंजाब, दिल्ली, बनारस और मेरठ जैसे प्रमुख शहरों के लिए कन्फर्म टिकट की उपलब्धता बेहद कम हो गई है। 17 और 18 अगस्त को चलने वाली रानीखेत, श्रमजीवी, पद्मावत, काशी विश्वनाथ और लखनऊ मेल जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट देखी जा रही है। यात्रियों के लिए राहत की बात यह है कि कुछ विशेष ट्रेनों जैसे वंदे भारत, डबल डेकर और राजधानी एक्सप्रेस में अभी भी सीटें उपलब्ध हैं, लेकिन इनकी संख्या सीमित है।

हजारों यात्रियों ने पहले से ही बुक कराई टिकट
मुरादाबाद स्टेशन से 18 और 19 अगस्त के लिए लगभग 2200 यात्रियों ने पहले ही अपनी बुकिंग करा ली है। इसके अतिरिक्त, जनरल टिकट पर यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या भी काफी अधिक होने की संभावना है। रक्षाबंधन के अवसर पर मुरादाबाद से अधिकतर यात्री दिल्ली, मेरठ, बरेली, लखनऊ, बनारस, शाहजहांपुर, नजीबाबाद और हरिद्वार जैसे स्थानों के लिए टिकट बुक करवाते हैं।

8 बजे के बाद चलने वाली ट्रेनों को प्राथमिकता
यात्रियों के लिए एक और चुनौती यह है कि जिन ट्रेनों में सीटें उपलब्ध हैं, उनके चलने का समय या तो देर रात या फिर भोर में है। हालांकि, अधिकांश यात्री सुबह 8 बजे के बाद चलने वाली ट्रेनों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए, रेलवे प्रशासन ने कुछ राहत देने का प्रयास किया है। सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि कुछ ट्रेनों में सभी श्रेणियों में सीटें उपलब्ध हैं और अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए विशेष डिब्बे भी जोड़े जा रहे हैं।

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