मुरादाबाद के बंद पुराने जैन मंदिर को मिलेगी नई पहचान : लाइब्रेरी या डिस्पेंसरी बनाने की योजना, प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई

UPT | बुलडोजर से हटाया जा रहा मलबा

Dec 25, 2024 20:05

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के रतनपुर कला गांव में एक प्राचीन जैन मंदिर की खोज हुई है, जो पिछले कई दशकों से बंद पड़ा हुआ था। इस मंदिर का निर्माण एक जैन परिवार द्वारा किया गया था...

Moradabad News : मुरादाबाद जिले के रतनपुर कला गांव में एक प्राचीन जैन मंदिर की खोज हुई है, जो पिछले कई दशकों से बंद पड़ा हुआ था। इस मंदिर का निर्माण एक जैन परिवार द्वारा किया गया था, लेकिन अब इस मंदिर में पूजा पाठ नहीं होता। अब प्रशासन ने इस मंदिर को दोबारा खोलने का निर्णय लिया है और इसे एक लाइब्रेरी में बदलने की योजना बनाई गई है। जिला प्रशासन जैन संगठन से इस निर्णय पर सहमति लेने के बाद मंदिर के फिर से उपयोग के लिए कदम उठाएगा। फिलहाल, मंदिर की साफ सफाई का काम शुरू कर दिया गया है ताकि इसे सार्वजनिक कार्यों के लिए तैयार किया जा सके।

मंदिर के मालिक ने दी जानकारी
दरअसल, इसके मालिक प्रदीप कुमार जैन ने बताया कि इस मंदिर का उपयोग वर्षों से नहीं हुआ है और वे चाहते हैं कि इसे समाज के लिए खोला जाए। जिला प्रशासन ने इस पर विचार करते हुए एसडीएम बिलारी को मौके पर भेजा, जहां मंदिर परिसर की फोटोग्राफी करवाई गई और वहां की साफ सफाई के आदेश दिए गए। इसके बाद वहां से मलबा और मिट्टी हटाई गई है, ताकि इस मंदिर का सामाजिक कार्यों में उपयोग किया जा सके।



स्थानीय लोगों ने बढ़चढ़ कर लिया हिस्सा
बता दें कि मंदिर के आसपास का क्षेत्र हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों से आबाद है, जहां मुस्लिम समुदाय की आबादी अधिक है। जब मंदिर की साफ सफाई के लिए टीम पहुंची, तो स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर सहयोग किया। ग्राम प्रधान नजाकत अली ने कहा कि यह जैन मंदिर पिछले पांच दशकों से इस स्थिति में पड़ा है और अब इसका उपयोग किसी सार्वजनिक उद्देश्य के लिए किया जा सकता है। इस मंदिर में लाइब्रेरी, डिस्पेंसरी या अन्य सामाजिक कार्यों के लिए सुविधाएं बनाई जा सकती हैं और इस पर किसी को भी आपत्ति नहीं है।

डीएम ने साफ-सफाई के दिए निर्देश
एसडीएम बिलारी विनय कुमार ने बताया कि मंदिर की स्थिति के बारे में मीडिया से जानकारी प्राप्त हुई थी और मंदिर के उपयोग न किए जाने के कारण यह खराब स्थिति में पहुंच गया था। इस पर गंदगी का ढेर जमा हो गया था और अतिक्रमण का खतरा भी था। जिलाधिकारी महोदय ने निर्देश दिए हैं कि मंदिर की साफ सफाई करवाई जाए ताकि इसे फिर से सामाजिक कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सके। मंदिर के मालिक प्रदीप कुमार जैन ने भी इसके उपयोग की अनुमति दी है और प्रशासन को मंदिर की संरचना को बचाने के प्रयासों के लिए मार्गदर्शन देने का आश्वासन दिया है।

लाईब्रेरी बनाने की योजना
गौरतलब है कि मुरादाबाद जिले के बिलारी तहसील के रतनपुर कला गांव में स्थित इस जैन मंदिर की देखरेख अब तक नहीं हो पाई थी, क्योंकि जिस परिवार ने इसे बनवाया था, वह अब यहां नहीं रहता। हालांकि, इस क्षेत्र में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच किसी प्रकार का विवाद नहीं है और दोनों ही समुदायों के लोग मंदिर की साफ सफाई में सहयोग कर रहे हैं। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने इस कार्य को आगे बढ़ाने के लिए बीडीओ को आदेश दिए हैं। उनका मानना है कि यदि यहां लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं बनाई जाती हैं तो यह इलाके के लोगों के लिए लाभकारी साबित होगा।

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