बसपा ने पूर्व दर्जा मंत्री सुरेंद्र सागर को पार्टी से निकाला। उनके बेटे की शादी सपा विधायक की बेटी से हुई, जिसमें अखिलेश यादव शामिल हुए। तस्वीरें वायरल होने पर मायावती ने इसे अनुशासनहीनता बताते हुए कार्रवाई की।
Dec 06, 2024 17:51
बसपा ने पूर्व दर्जा मंत्री सुरेंद्र सागर को पार्टी से निकाला। उनके बेटे की शादी सपा विधायक की बेटी से हुई, जिसमें अखिलेश यादव शामिल हुए। तस्वीरें वायरल होने पर मायावती ने इसे अनुशासनहीनता बताते हुए कार्रवाई की।
Rampur News : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपने पूर्व दर्जा राज्य मंत्री सुरेंद्र सागर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कदम उनके बेटे की शादी समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक की बेटी से होने के बाद उठाया गया।
यह है मामला
27 नवंबर को सुरेंद्र सागर अपने बेटे की बारात लेकर अम्बेडकर नगर गए थे। इस शादी समारोह में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल हुए। शादी के दौरान की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिससे बसपा सुप्रीमो मायावती नाराज हो गईं।
मायावती की नाराजगी
मायावती ने सागर के इस कदम को पार्टी की अनुशासनहीनता करार देते हुए कहा कि किसी भी बसपा सदस्य को विरोधी पार्टी के नेताओं के साथ संबंध रखने की अनुमति नहीं है। तस्वीरें वायरल होने के बाद, उन्होंने सुरेंद्र सागर को पार्टी से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया।
सुरेंद्र सागर का बयान
सुरेंद्र सागर ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि पार्टी ने केवल तस्वीरों के आधार पर निष्कासन का फैसला किया। उन्होंने कहा कि यह एक पारिवारिक कार्यक्रम था और इसमें राजनीति का कोई स्थान नहीं था।
निष्कासन का असर
सागर के निष्कासन से बसपा में हलचल मच गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस घटनाक्रम का असर आगामी चुनावों में बसपा की रणनीति पर पड़ सकता है।
मायावती का सख्त संदेश
यह कार्रवाई बसपा के अनुशासन की नीति को दर्शाती है। मायावती ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी के सिद्धांतों से समझौता करने वाले सदस्यों के लिए बसपा में कोई स्थान नहीं है। यह घटना उत्तर प्रदेश की राजनीति में परिवार और विचारधारा के बीच टकराव का नया उदाहरण बन गई है।
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