Nov 25, 2024 10:49
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जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के मद्देनज़र प्रशासन ने संभल में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर 1 दिसंबर तक रोक लगा दी है। प्रशासनिक आदेश में सामाजिक संगठनों, बाहरी व्यक्तियों और जनप्रतिनिधियों के संभल में प्रवेश को सीमित कर दिया गया है।
Short Highlights
- संभल में बीएनएस धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू
- संभल में तनाव के बाद बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर 1 दिसंबर तक रोक
Sambhal News : संभल की जामा मस्जिद में रविवार को सर्वेक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। इस दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई। वहीं उपजिलाधिकारी और सुरक्षाकर्मियों समेत 20 लोग घायल हो गए। बवाल के बाद नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूल सोमवार को यानि 25 नवंबर को बंद रहेंगे। इसके अलावा अगले 24 घंटे के लिए संभल तहसील में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। पूरे इलाके में भारतीय न्याय संहिता की धारा-163 लागू कर दी गई है, जिसके तहत-5 या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई है। पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। जामा मस्जिद जाने वाले सभी तीन रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। रातभर लोग डर के साये में जीते रहे। पुलिस फोर्स रातभर इलाके में गश्त करती रही।
आज रहेंगे स्कूल बंद
संभल में बवाल के बाद नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूल आज यानि सोमवार को बंद रहेंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने बताया कि संभल तहसील क्षेत्र के सभी स्कूल बंद रहेंगे। इसके अलावा संभल के डीएम राजेंद्र पैंसिया ने संभल तहसील में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया है। डीएम ने कहा कि सिर्फ संभल तहसील में इंटरनेट बंद है।
संभल में बीएनएस धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू
पूरे इलाके में भारतीय न्याय संहिता की धारा-163 लागू कर दी गई है, जिसके तहत-5 या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई है। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। वहीं, संभल हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है। एसपी ने इसकी पुष्टि कर दी है। अफवाह को रोकने के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
संभल में तनाव के बाद बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर 1 दिसंबर तक रोक
जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के मद्देनज़र प्रशासन ने संभल में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर 1 दिसंबर तक रोक लगा दी है। प्रशासनिक आदेश में सामाजिक संगठनों, बाहरी व्यक्तियों और जनप्रतिनिधियों के संभल में प्रवेश को सीमित कर दिया गया है। यह फैसला इलाके में स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। प्रशासन का मानना है कि बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश से माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो सकता है, इसलिए 1 दिसंबर तक इस रोक को लागू किया गया है। स्थानीय नेताओं और संगठनों की प्रतिक्रिया प्रशासन के इस कदम का कई राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने समर्थन किया है, जबकि कुछ ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने का प्रयास बताया है। वहीं, कई जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से अपील की है कि वे स्थिति को संभालने के लिए सभी समुदायों के बीच संवाद स्थापित करें।
रात भर इलाके में गश्त करती रही पुलिस
पूरे शहर में तनाव गहरा गया। शाम होने तक सख्ती इतनी बढ़ा दी गई कि शहर में अघोषित कफ्र्यू जैसा माहौल हो गया। रातभर पुलिस इलाके में गश्त करती रही। उधर, हिंसा ते शिकार युवकों के परिजनों ने पुलिस की गोली से मौत होने की बात कही है। दूसरी ओर मौके पर पहुंचे कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि तीन युवकों में दो की मौत गोली लगने से हुई है, लेकिन पुलिस ने गोली नहीं चलाई थी। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठी का प्रयोग किया था। तीसरे युवक की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। कमिश्नर के मुताबिक घायलों में डीआईजी, संभल के डीएम, एसपी और एसडीएम भी शामिल हैं। वहीं देर शाम एक और युवक मौत हो गई। इसकी पुष्टि नखासा थाना प्रभारी ने की है।
डीआईजी ने क्या कहा
मुरादाबाद के डीआईजी मुनिराज जी ने बताया कि पुलिस के साथ पीएसी, आरआरएफ और आरएएफ को शहर में लगाया गया है। बवाल में कई पुलिसकर्मी और अधिकारी घायल हुए हैं। सभी का मेडिकल कराया गया है। अब हालात काबू हैं। बवालियों को चिह्नित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एक गलतफहमी की वजह से भड़की हिंसा
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सर्वे टीम के मस्जिद में दाखिल होते ही भीतर खोदाई की चर्चा फैल गई। रविवार की छुट्टी में अचानक सुबह-सुबह टीम पहुंचने की जानकारी से चौंके लोग भीतर खुदाई की चर्चा से भड़क गए। पहले मस्जिद के आसपास के लोग जुटे लेकिन कुछ ही देर में बड़ा हुजूम मस्जिद की आसपास की सड़कों पर जुट गया। संकरी और पतली गलियों से शोर-शराबा करते भीड़ पथराव करने लगी। इनसे मोर्चा लेने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी।
हिंसा में इनकी हुई मौत
- संभल के हयातनगर निवासी रोमान (40 वर्ष)
- सरायतरीन निवासी बिलाल (22 वर्ष)
- मोहल्ला कोट गर्वी तबेला निवासी नईम (35 वर्ष)
- मोहल्ला तुर्तीपार इला निवासी कैफ (19 वर्ष)
- कोट गर्वी निवासी अयान (22 वर्ष)
अखिलेश यादव ने सर्वे पर उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल में हुई हिंसा को लेकर एक बार फिर सवाल उठाए हैं। अखिलेश ने एक्स के माध्यम से इस घटना पर कड़ा रुख अपनाया और आरोप लगाया कि 'सर्वे के नाम पर समाज में तनाव फैलाने की कोशिश' की जा रही है। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय से इस मामले का संज्ञान लेने की अपील की और कहा कि जो लोग सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के लिए माहौल को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने इस घटना में शामिल वकीलों के खिलाफ बार एसोसिएशन से अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी मांग की।
सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई… pic.twitter.com/9Fj30K4aLm
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 24, 2024