संभल हिंसा मामले में जेल प्रशासन पर बड़ी कार्रवाई : बिना मैनुअल के आरोपियों से कराई मुलाकात, मुरादाबाद के जेलर निलंबित

UPT | जिला कारागार मुरादाबाद

Dec 04, 2024 21:28

उत्तर प्रदेश सरकार ने संभल हिंसा के आरोपियों से अवैध मुलाकात कराए जाने के मामले में मुरादाबाद के जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया है...

Sambhal  News : उत्तर प्रदेश सरकार ने संभल हिंसा के आरोपियों से अवैध मुलाकात कराए जाने के मामले में मुरादाबाद के जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया है। यह कदम जेल प्रशासन की लापरवाही और नियमों की अनदेखी के कारण उठाया गया है। जानकारी के अनुसार, मुरादाबाद के जेल प्रशासन पर यह आरोप है कि हिंसा के आरोपियों से समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेताओं की मुलाकात बिना जेल मैन्युअल का पालन किए कराई गई। इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए, मुरादाबाद के कमिश्नर ने जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शासन को पत्र लिखा है।

लापरवाही के चलते की गई कार्रवाई
दरअसल, मुरादाबाद जिला जेल के जेलर वीरेंद्र विक्रम यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को संभल हिंसा के आरोपियों से अवैध मुलाकात कराने के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है। जेल प्रशासन पर आरोप है कि आरोपियों से मुलाकात करने के दौरान जेल मैन्युअल का पालन नहीं किया गया। इस मामले में कार्रवाई करते हुए यूपी के डीजी जेल पीवी रामशास्त्री ने जेलर और डिप्टी जेलर के खिलाफ सस्पेंशन की सिफारिश की है, जबकि मुरादाबाद जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ भी शासन को पत्र भेजा गया है, ताकि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।



सपा प्रतिनिधिमंडल ने आरोपियों से की थी मुलाकात
गौरतलब है कि बीते सोमवार को समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने मुरादाबाद जिला जेल में संभल हिंसा के आरोपियों से मुलाकात की थी। इस प्रतिनिधिमंडल में सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन, नौगावां सादात (अमरोहा) से विधायक समरपाल सिंह, ठाकुरद्वारा से विधायक नवाब जान खां समेत अन्य लोग शामिल थे। एसटी हसन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वे इन आरोपियों से मिलने के लिए जेल गए थे, क्योंकि इन पर फर्जी मुकदमे लगाए गए थे और वे निर्दोष हैं।

क्या बोले एसटी हसन
एसटी हसन ने यह भी कहा कि हिंसा के बाद अक्सर निर्दोष लोगों को फंसाया जाता है और यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि इन लोगों को कानूनी सहायता मिले। उन्होंने आरोपियों को न्याय दिलाने का भरोसा दिया और कहा कि वे इनकी मदद करेंगे। सपा नेता ने यह भी कहा कि वे इन लोगों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेंगे और किसी भी हाल में उन्हें छोड़ने का प्रयास करेंगे।

डीएम ने लिया संज्ञान
इस खबर के चर्चा में आने के बाद, डीएम ने संज्ञान लिया और मंगलवार को एक रिपोर्ट शासन को भेज दी। इसी के बाद डीआइजी जेल कुंतल किशोर जिला कारागार पहुंचे और जेल का एक-एक कोना खंगाला। सोमवार को जेल में कौन-कौन से मुलाकाती आए। किनसे मुलाकात की, किनके नाम की पर्ची लगी। सारा रिकॉर्ड अपने कब्जे में लिया। सीसीटीवी फुटेज की रिकॉर्डिंग भी कब्जे में ली।

संभल हिंसा में चार लोगों की मौत
संभल जिले में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और लगभग दो दर्जन लोग घायल हुए थे, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे। पुलिस ने इस मामले में ढाई हजार से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से अधिकांश अज्ञात हैं। हिंसा के आरोपियों में समाजवादी पार्टी के संभल सांसद जिया उर रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल का नाम भी सामने आया है।

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