Covid-19 Alert : पिछले 24 घंटे में कोविड के 841 नए मामले आए सामने, नए साल में आएगी कोरोना की नई लहर ?

Google Image | नए साल में आएगी कोरोना की नई लहर ?

Dec 31, 2023 13:09

पिछले 24 घंटे में देश में कोविड के 841 नए मामले आए है,जो 227 दिनों  सबसे अधिक है। इसके साथ ही अब एक्टिव मामलों की संख्या 4,309 हो गई है। इससे पहले 19 मई को 865 केस दर्ज किए गए थे..

Covid-19 News : देश में कोरोना के रोज बढ़ते मामले अब लोगों की चिंता बढ़ाने लगे है। पिछले 10 दिनों के आंकड़ों पर नजर लें तो पता चलता है कि रोजाना लगभग 500-600 नए मामले सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार (31 दिसंबर)  सुबह जो आंकड़े जारी किए गए वह और भी डराने वाले हैं। पिछले 24 घंटे में देश में कोविड के 841 नए मामले आए है,जो 227 दिनों  सबसे अधिक है। इसके साथ ही अब एक्टिव मामलों की संख्या 4,309 हो गई है। इससे पहले 19 मई को 865 केस दर्ज किए गए थे।

कोरोना महामारी के चार साल
साल 2019 में इसी समय आए कोरोना को अब चार हो गए है,लेकिन जोखिम अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इन चार सालों में देशभर में 4.5 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हुए और 5.3 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मौजूदा संक्रमण के मामलों के लिए कोरोना के नए JN.1 वैरिएंट को प्रमुख कारण मान रहे हैं। अध्ययनों में इसकी संक्रामकता दर अधिक बताई जाती है, साथ ही ये वैरिएंट आसानी से शरीर में वैक्सीन-संक्रमण से बनी प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देकर लोगों में संक्रमण बढ़ाने वाला पाया गया है।

आ सकती है एक और लहर?
जिस रफ्तार से JN.1 वैरिएंट के कारण भारत सहित दुनिया के कई देशों में संक्रमण के बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए बड़ा सवाल उठता है कि क्या देश में फिर कोरोहा की नई लहर आ सकती है। लहाल ऐसी आशंका कम है। JN.1 के कारण संक्रमण जरूर बढ़ रहा है पर रोग की गंभीरता कम है। JN.1 भी ओमिक्रॉन का ही म्यूटेशन स्वरूप है और ओमिक्रॉन के अब तक के वैरिएंट्स से लोगों में ज्यादा जोखिम नहीं देखा गया है। पिछले डेढ़ साल से ओमिक्रॉन के वैरिएंट्स देश में हैं, कई लोग इनसे संक्रमित भी हो चुके हैं इस वजह से भी शरीर में प्रतिरक्षा विकसित हो सकती है, जो अगले संक्रमण या संक्रमण की स्थिति में गंभीर रोग के खतरे से बचाने में मदद कर सकती है।

वैक्सीनेशन देगी सुरक्षा
N.1 वैरिएंट की संक्रामकता और गंभीरता को लेकर द पीडियाट्रिक इनफेक्शियस जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस नए वैरिएंट से संक्रमित अधिकांश मरीजों (88.4%) का टीकाकरण नहीं हुआ था। जिस आधार पर वैज्ञानिकों का कहना है कि वैक्सीन, कोरोना के संक्रमण और गंभीर रोग से बचाने में सहायक है। भारत के परिपेक्ष्य में बात करे तो  यहां अधिकांश लोगों को वैक्सीन की दो डोज के बाद बूस्टर शॉट भी मिल चुका है, जो संक्रमण की स्थिति में गंभीर रोग से बचाने में मददगार है। इसे देखते हुए देश में JN.1 के कारण हालात बिगड़ेंगे इसकी आशंका कम है, पर विशेषज्ञ सभी लोगों को निरंतर सावधानी बरतते रहने की सलाह देते हैं, जिससे संक्रमण के प्रसार की चेन को तोड़ा जा सके।

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