Delhi-Dehradun Expressway : यहां से भी मिली हरी झंडी, इतने दिनों में शुरू हो जाएगा एक्सप्रेसवे

UPT | दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे

Sep 10, 2024 15:02

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के दो महत्वपूर्ण खंड अक्टूबर महीने में खोलने की तैयारी की जा रही है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के खेकड़ा...

New Delhi News : दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के दो महत्वपूर्ण खंड अक्टूबर महीने में खोलने की तैयारी की जा रही है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के खेकड़ा मवीकला गांव तक किया जा रहा है। वर्तमान में अक्षरधाम से खजूरी पुश्ता और खेकड़ा तक के दोनों खंडों का 97 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है। फिलहाल एक्सप्रेसवे पर लोड टेस्टिंग की जा रही है और इस परीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की खामी नहीं मिली है। यह टेस्टिंग सुनिश्चित करती है कि एक्सप्रेसवे सुरक्षित और सक्षम है, और यातायात की बढ़ती मांग को पूरा करने में सक्षम रहेगा।

जानिए एक्सप्रेसवे का डिजाइन और संरचना
इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 32 किलोमीटर है। इसमें से 17 किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली में एलिवेटेड है। जो ट्रैफिक की अधिक भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में सुगम आवागमन सुनिश्चित करेगा। शेष 15 किलोमीटर का हिस्सा गाजियाबाद और बागपत की सीमा से होकर गुजरता है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे को बागपत के खेकड़ा में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। जो इस मार्ग को और भी अधिक कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यह जोड़ यात्रा के समय को कम करेगा और दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाएगा।

एक्सप्रेसवे को अक्टूबर तक खोलने की तैयारी
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे को अक्टूबर तक खोलने की तैयारी की जा रही है। इस परियोजना के पूरा होने से दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा और यात्रा अनुभव भी अधिक आरामदायक होगा। इस परियोजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अंतिम चरण के परीक्षण चल रहे हैं। इस समय एक्सप्रेसवे पर लोड टेस्ट का कार्य चल रहा है। इस परीक्षण के दौरान भारी वाहनों को एक्सप्रेसवे पर चलाया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सड़क की संरचना और सामग्री उचित हैं और लंबे समय तक टिकाऊ रहें। अब तक इस लोड टेस्ट के दौरान किसी भी प्रकार की खामी या समस्या का सामना नहीं करना पड़ा है, जो परियोजना के सुचारू समापन की ओर एक सकारात्मक संकेत है।

गाजियाबाद में सर्विस रोड विवाद
हालांकि, परियोजना में एक महत्वपूर्ण बाधा गाजियाबाद क्षेत्र में सर्विस रोड के लिए आवश्यक जमीन के विवाद के रूप में सामने आई है। यह विवाद विशेष रूप से 50 मीटर से अधिक की भूमि को लेकर है, जो आवास विकास परिषद् को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को उपलब्ध करानी है। इस भूमि को लेकर विवाद अदालत में चल रहा है, और इसके समाधान में कुछ समय लग सकता है। यदि यह विवाद जल्दी सुलझ जाता है, तो एक्सप्रेसवे की पूरी क्षमता का उपयोग शीघ्र शुरू हो सकता है।

पूर्वी दिल्ली के जाम से मिलेगी राहत
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के खुलने से दिल्ली के यमुनापार और लोनी क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली से बागपत, लोनी, सहारनपुर, और देहरादून की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत प्रदान करेगा। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के साथ राजधानी की प्रमुख सड़कों से सीधे एक्सप्रेसवे तक पहुंचने की सुविधा उपलब्ध होगी। यात्री अक्षरधाम, विकास मार्ग, आईएसबीटी कश्मीरी गेट लिंक रोड और सिग्नेचर ब्रिज जैसे प्रमुख मार्गों के जरिए सीधे एक्सप्रेसवे पर आ-जा सकेंगे। इस एक्सप्रेसवे पर दिल्ली की सीमा के भीतर पांच स्थानों पर प्रवेश और निकासी की सुविधा प्रदान की जाएगी, जबकि गाजियाबाद की सीमा में दो स्थानों पर भी यही सुविधा उपलब्ध होगी।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक में कमी
इस नए एक्सप्रेसवे के चालू होने से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी। इस समय दिल्ली से सहारनपुर होते हुए देहरादून पहुंचने में लगभग छह से सात घंटे का समय लगता है। लेकिन 210 किलोमीटर लंबे इस नए एक्सप्रेसवे के बनने से यात्रा का समय काफी घटेगा। साथ ही, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भी जाम की समस्या समाप्त हो जाएगी, जिससे यात्रियों को अधिक सुविधाजनक और समय बचाने वाली यात्रा का अनुभव मिलेगा।

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