यूपी@7 : आज लाखों लोग पहुंचे त्रिवेणी तट, रास्तों पर भारी भीड़, कल पहला स्नान पर्व, इनके साथ ही पढ़ें महाकुंभ की अहम खबरें

UPT | Kumbh Mela 202

Jan 12, 2025 19:00

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के पहले स्नानपर्व से पहले ही भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। संगम की ओर बढ़ते श्रद्धालु और रास्तों पर तिल रखने की जगह नहीं है। इनके साथ ही पढ़ें महाकुंभ की अहम खबरें...

महाकुंभ से पहले लाखों लोग त्रिवेणी तट पर पहुंचे
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के पहले स्नानपर्व से पहले ही भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। संगम की ओर बढ़ते श्रद्धालु और रास्तों पर तिल रखने की जगह नहीं है। कड़कड़ाती ठंड के बावजूद, भक्त सिर पर गठरी और पांव में बिना चप्पल के गंगा में स्नान के लिए तत्पर हैं। रविवार को प्रयागराज आने वाले मार्गों पर कल्पवासियों की लंबी कतारें देखी गईं। पांटून पुलों और चकर्ड प्लेट मार्गों तक भीड़ का रेला लगा रहा। महाकुंभ पर्व की शुरुआत पौष पूर्णिमा से हो रही है, जब श्रद्धालु जप, तप और ध्यान में लीन होंगे।
यहां क्लिक करें और पढ़ें पूरी खबर

प्रमुख स्नान के दिनों में नहीं कर सकेंगे अक्षयवट के दर्शन
प्रयागराज में महाकुंभ के पहले शाही स्नान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, जो कल होगा। लाखों श्रद्धालु संगम पर पहुंचकर स्नान करेंगे। पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के मौके पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगम आवागमन के लिए ट्रैफिक पुलिस ने विशेष योजना बनाई है। इसके तहत, मेला क्षेत्र में आने वाले वाहनों के लिए यातायात डायवर्जन और पार्किंग की व्यवस्था की गई है। प्रमुख स्नान पर्व के दिनों में अक्षयवट दर्शन के लिए प्रवेश बंद रहेगा, ताकि श्रद्धालु अन्य स्थानों पर आसानी से जा सकें।
यहां क्लिक करें और पढ़ें पूरी खबर

14 जनवरी को मनाई जाएगी मकर संक्रांति
महाकुंभ का शुभारंभ हो चुका है और मकर संक्रांति के अवसर पर आस्था का विशाल जनसैलाब संगम तट पर उमड़ पड़ा है। ठंड के बावजूद श्रद्धालु सिर पर गठरी और पांव में बिना चप्पल के गंगा में स्नान के लिए तत्पर दिखे। इस वर्ष मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी, जो सुबह से शाम तक शुभ रहेगी। महापुण्यकाल सुबह 9:03 से 10:50 बजे तक रहेगा। इस दिन गंगा, यमुना और अन्य पवित्र नदियों में स्नान, दान और तिल-गुड़ का सेवन विशेष रूप से पुण्यकारी माना जाता है।
यहां क्लिक करें और पढ़ें पूरी खबर

पाकिस्तान से भी मिली महाकुम्भ मेले की तैयारियों को सराहना
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने महाकुम्भ मेले की शानदार तैयारियों और व्यवस्थाओं की तारीफ की है। रविवार को जारी एक वीडियो में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस भव्य आयोजन ने न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर के लोगों को प्रभावित किया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देश भी महाकुम्भ मेले की व्यवस्थाओं को लेकर सोशल मीडिया पर भारत की तारीफ कर रहे हैं।
यहां क्लिक करें और पढ़ें पूरी खबर

पौष पूर्णिमा से पहले लाखों श्रद्धालुओं ने किया संगम स्नान
महाकुम्भ के आयोजन में पौष पूर्णिमा के स्नान से एक दिन पहले ही संगम तट पर श्रद्धालुओं का भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा। रविवार को लाखों भक्तों ने संगम में पवित्र स्नान किया, जिसमें सभी उम्र के लोग शामिल थे। श्रद्धालुओं का उत्साह माहौल को भक्तिमय बना रहा। सुरक्षा को लेकर संगम पर व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जहां इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। डीआईजी वैभव कृष्ण और एसएसपी राजेश द्विवेदी सुरक्षा की निगरानी कर रहे हैं, जबकि पुलिस बल तैनात है।
यहां क्लिक करें और पढ़ें पूरी खबर

महाकुंभ में आज से चार दिन वाहनों की नो-एंट्री
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के पहले शाही स्नान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और यह स्नान कल होगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु संगम पर पहुंचकर स्नान करेंगे।12 जनवरी से 15 जनवरी तक शहर में वाहनों का प्रवेश रोक दिया जाएगा। यह व्यवस्था शाम 8 बजे से प्रभावी होगी और 15 जनवरी की रात 8 बजे तक जारी रहेगी। श्रद्धालु संगम तक पहुंचने के लिए तय किए गए पैदल मार्गों का पालन करेंगे। जीटी जवाहर मार्ग से शुरू होकर काली सड़क और काली रैंप से होते हुए संगम के अपर मार्ग पर पहुंचेंगे, जबकि वापसी में अक्षयवट मार्ग और त्रिवेणी मार्ग से यात्रा की जाएगी।
यहां क्लिक करें और पढ़ें पूरी खबर

मौनी अमावस्या से पहले 12 हजार संत लेंगे नागा दीक्षा
महाकुंभ नगर में इस साल के महाकुंभ में अखाड़ों में 12 हजार नए नागा संन्यासी बनाए जाएंगे। नागा संन्यासी वे संत होते हैं, जिन्होंने सांसारिक मोह-माया और परिवार का त्याग कर संन्यास लेने का निर्णय लिया होता है। वे अब अपने अखाड़ों में सक्रिय रहते हैं और साधना करते हैं। नागा बनाने की प्रक्रिया महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान से पहले शुरू होती है, जबकि इसकी तैयारियां पहले से ही चल रही होती हैं। 14 जनवरी को पहला अमृत स्नान होने के बाद यह प्रक्रिया और तेज हो जाएगी।
यहां क्लिक करें और पढ़ें पूरी खबर

Also Read