बड़ी खबर : चीन का खतरनाक वायरस HMPV भारत में पहुंचा, बेंगलुरु में पहला मामला दर्ज

UPT | Symbolic Image

Jan 06, 2025 10:09

ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) का पहला मामला अब भारत में भी सामने आ गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बेंगलुरु में इस वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति की पुष्टि की है।

New Delhi News : चीन में तेजी से फैल रहे खतरनाक ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) का पहला मामला अब भारत में भी सामने आ गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बेंगलुरु में इस वायरस से संक्रमित एक बच्चें की पुष्टि की है। बेंगलुरु में 8 महीने एक बच्‍चा एचएमपीवी वायरस से संक्रमित पाया गया है। यह भारत में एचएमपीवी वायरस का पहला मामला है। विशेषज्ञों के अनुसार, HMPV सांस से जुड़ी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है और खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।

ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस से बढ़ रही है दहशत?
कोविड-19 महामारी के पांच साल बाद चीन एक नए स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है। यह संकट ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) के कारण है। जो एक खतरनाक श्वसन संक्रमण फैलाने वाला वायरस है। चीन में इस वायरस के तेजी से फैलने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे वहां के अस्पतालों और श्मशान घाटों पर भीड़ बढ़ने की बातें कही जा रही हैं।


क्या है HMPV?  
ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन वायरस है। जो इंसानों में सर्दी-जुकाम से लेकर गंभीर निमोनिया तक का कारण बन सकता है। यह वायरस पहली बार 2001 में नीदरलैंड्स में पाया गया था। यह मुख्य रूप से सांस की नली और फेफड़ों को प्रभावित करता है। बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई, थकान और छाती में जकड़न इसके प्रमुख लक्षण हैं।  

चीन में HMPV का प्रकोप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन के कई अस्पताल मरीजों से भर गए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मरीजों की लंबी कतारें और अस्पतालों में भीड़ दिखाई दे रही है। दावा किया जा रहा है कि वायरस के कारण अचानक मृत्यु दर में वृद्धि हुई है, खासकर 40 से 80 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों में। इन्फ्लूएंजा ए, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और कोविड-19 जैसे अन्य वायरस भी चीन में सक्रिय हैं। जिससे स्थिति और जटिल हो गई है।  

Also Read