39वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन : भदोही के कुलदीप दूसरे और तीसरे पर गाजियाबाद के निशांत, जानिए कौन बना विजेता

UPT | 39वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन

Nov 19, 2024 11:58

खेल और उत्साह का अद्भुत संगम 39वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन प्रतियोगिता में देखने को मिला, जिसमें हैदराबाद के धावक योगेश ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल...

Prayagraj News : खेल और उत्साह का अद्भुत संगम 39वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन प्रतियोगिता में देखने को मिला, जिसमें हैदराबाद के धावक योगेश ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया। भदोही के कुलदीप सिंह ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। जबकि गाजियाबाद के निशांत ने तीसरे स्थान पर रहकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।  

मैराथन का रूट और रोमांचक सफर
प्रतियोगिता की शुरुआत ऐतिहासिक आनंद भवन से हुई। धावकों ने प्रयागराज के कई प्रमुख स्थलों और ऐतिहासिक चौराहों से गुजरते हुए करीब 42 किलोमीटर की इस मैराथन को पूरा किया। रूट में स्वराज भवन, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, म्योहाल चौराहा, इलाहाबाद हाईकोर्ट, नया पुल, दांदूपुर पेट्रोल पंप और कई अन्य महत्वपूर्ण स्थान शामिल थे। दौड़ का समापन मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में बनाए गए फिनिशिंग लाइन पर हुआ।

प्रतियोगिता में धावकों का प्रदर्शन
हैदराबाद के योगेश ने अपने अनुशासन धैर्य और तेज़ गति से बाकी प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। कुलदीप सिंह और निशांत ने भी पूरे जोश के साथ अपने स्थान सुरक्षित किए। प्रतियोगिता में सैकड़ों धावकों ने हिस्सा लिया। जिनमें विभिन्न आयु वर्ग और भौगोलिक क्षेत्रों के प्रतिभागी शामिल थे।

प्रयागराज की ऐतिहासिक मैराथन
इंदिरा मैराथन को देश की सबसे प्रतिष्ठित मैराथन प्रतियोगिताओं में गिना जाता है। हर साल इसे दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की स्मृति में आयोजित किया जाता है। यह प्रतियोगिता न केवल धावकों के लिए एक मंच प्रदान करती है, बल्कि खेल प्रेमियों को भी प्रेरित करती है। इस साल के आयोजन में शहरवासियों का भी जबरदस्त समर्थन देखने को मिला। जिन्होंने रूट के दोनों तरफ खड़े होकर धावकों का उत्साह बढ़ाया।

खेल आयोजकों और प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया  
मैराथन के आयोजकों ने इसे एक सफल आयोजन बताते हुए कहा कि प्रतियोगिता में हर साल प्रतिभागियों की संख्या और गुणवत्ता बढ़ती जा रही है। विजेता योगेश ने कहा, "यह जीत मेरे लिए बहुत खास है। प्रयागराज की सड़कों पर दौड़ना एक अलग अनुभव था और इस प्रतिस्पर्धा ने मेरी क्षमताओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।"

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