SDM और स्थानीय लोगों में तनातनी : भाजपा नेता भी मैदान में कूदे, अतिक्रमण हटाने पहुंचे अफसर वापस लौटे

UPT | SDM और स्थानीय लोगों में तनातनी

Oct 04, 2024 16:01

कौशांबी के मंझनपुर मुख्यालय में तहसील रोड पर स्थित आबादी की भूमि पर बने घर को अवैध मानते हुए एसडीएम ने उसे खाली कराने की कार्रवाई की कोशिश की। इस दौरान उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा...

Kaushambi News : कौशांबी के मंझनपुर मुख्यालय में तहसील रोड पर स्थित आबादी की भूमि पर बने घर को अवैध मानते हुए एसडीएम ने उसे खाली कराने की कार्रवाई की कोशिश की। इस दौरान उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। भाजपा के उपाध्यक्ष और अन्य स्थानीय निवासियों के विरोध के कारण सदर एसडीएम और थाना पुलिस को पीछे हटना पड़ा। इस घटना के दौरान एसडीएम और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक की तस्वीरें भी सामने आई हैं। एसडीएम के अनुसार, बहस करने वाले कुछ लोगों को पुलिस के हवाले किया गया है।

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अतिक्रमण हटाने पहुंचे अफसर
शुक्रवार दोपहर, तहसील मंझनपुर से सदर एसडीएम आकाश सिंह ने राजस्व कर्मियों और थाना पुलिस के साथ मिलकर गाटा संख्या 103 के अतिक्रमण को हटाने का प्रयास किया। जैसे ही एसडीएम और राजस्व की टीम वहां पहुंची, स्थानीय निवासियों में अपने घरों के ध्वस्त होने का डर पैदा हो गया। इस कार्रवाई का विरोध करने के लिए लोग भीड़ बनाकर एकत्रित हो गए।



एसडीएम और स्थानीय निवासियों के बीच तीखी नोकझोंक
जैसे ही लोगों की भीड़ जुटने लगी, अधिकारी भी सकते में आ गए। एसडीएम आकाश सिंह ने सड़क की पटरी और दुकानदारों से सड़क पर किए गए अतिक्रमण को हटाने का आदेश दिया। इस पर कुछ लोगों ने गाटा संख्या 103 की भूमि को आबादी की जमीन बताकर अपने कब्जे को सही ठहराने की कोशिश की। इस बीच, एसडीएम और स्थानीय निवासियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।

भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे
हंगामे और नोकझोंक की सूचना मिलते ही दर्जनों भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष और गोरक्षा के पदाधिकारियों ने एसडीएम आकाश सिंह पर आरोप लगाया कि वह गरीब दलित बस्ती को सपाई नेता के इशारे पर आर्थिक लाभ के लिए खाली कराने की कोशिश कर रहे हैं। इस दौरान भाजपा नेताओं और एसडीएम के बीच आरोप-प्रत्यारोप के साथ तीखी बहस थाना पुलिस के सामने हुई।

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हिरासत में विरोध करने वाले
इस दौरान, एसडीएम ने सदर कोतवाल को इशारा कर कुछ लोगों को हिरासत में लेने का आदेश दिया, लेकिन मामले के सत्ता से जुड़े होने के कारण थाना पुलिस और एसडीएम भाजपा नेताओं के आगे नतमस्तक नजर आए। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते, अंतत एसडीएम बैकफुट पर आकर वहां से वापस चले गए। एसडीएम आकाश सिंह ने बताया कि वह तहसील रोड पर अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए गए थे। इस कार्रवाई का विरोध कुछ लोगों ने आबादी की भूमि बताकर किया। विरोध करने वालों को थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

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