महाकुंभ 2025 : ब्रांड यूपी को मिलेगी वैश्विक पहचान, ओडीओपी स्टाल बने आकर्षण का केंद्र

UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ

Jan 20, 2025 15:48

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से ब्रांड यूपी और ब्रांड इंडिया को वैश्विक पहचान मिलेगी। देश की प्रमुख कंपनियां इस महाकुंभ में किसी न किसी रूप में खुद की ब्रांडिंग कर रही है और करीब 30 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही हैं, जिससे यूपी के उत्पादों को बड़ा बाजार मिलेगा और मेक इन इंडिया, वोकल फॉर लोकल जैसे अभियानों को मजबूती मिलेगी।

Short Highlights
  • महाकुंभ से ब्रांड यूपी को मिलेगी वैश्विक पहचान
  • ओडीओपी के स्टाल बने आकर्षण का केंद्र
  • विविधता दिखाने का बड़ा प्लेटफॉर्म बना महाकुंभ
Prayagraj News : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से ब्रांड यूपी और ब्रांड इंडिया को वैश्विक पहचान मिलेगी। देश की प्रमुख कंपनियां इस महाकुंभ में किसी न किसी रूप में खुद की ब्रांडिंग कर रही है और करीब 30 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही हैं, जिससे यूपी के उत्पादों को बड़ा बाजार मिलेगा और मेक इन इंडिया, वोकल फॉर लोकल जैसे अभियानों को मजबूती मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर 2018 में लागू की गई 'एक जिला, एक उत्पाद' (ओडीओपी) योजना से प्रदेश के विभिन्न उत्पादों को नई पहचान मिली है। इससे सिद्धार्थनगर का कालानमक चावल, गोरखपुर के टेराकोटा उत्पाद और अन्य उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ी है। इस योजना के सफल होने पर सरकार इसे और भी विस्तार देने जा रही है, जिससे यूपी के उत्पादों को और वैश्विक पहचान मिलेगी।

महाकुंभ में वोकल फॉर लोकल को मिली नई पहचान
महाकुंभ में 'वोकल फॉर लोकल' की पहल को एक नया आयाम मिल रहा है। प्रदेश सरकार ने 'वोकल फॉर लोकल' को बढ़ावा देने के लिए हर जिले के खास उत्पादों को जीआई (भौगोलिक पहचान) दिलवाने की योजना बनाई है। आज हर जिले के एक या अधिक उत्पादों को जीआई मिल चुका है, जिनमें से कई महाकुंभ में प्रदर्शित हो रहे हैं। महाकुंभ में 6 हजार वर्ग मीटर में 'एक जिला, एक उत्पाद' प्रदर्शनी लगी है, जिसमें काशी की ठंडई, बनारसी साड़ियां, गोरखपुर के टेराकोटा, मिर्जापुर के पीतल के बर्तन और प्रतापगढ़ के आंवले जैसे जीआई से मान्यता प्राप्त उत्पाद आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। यह प्रदर्शनी यूपी के उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।


35 करोड़ से अधिक का कारोबार
महाकुंभ के दौरान लोग यूपी के जीआई टैग मिले उत्पादों की खरीददारी भी कर रहे हैं, जिससे व्यापार में भारी उछाल आया है। एमएसएमई विभाग के अनुसार, महाकुंभ में लगभग 35 करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद है। इन उत्पादों से जुड़े अधिकांश लोग हस्तशिल्प से जुड़े हैं, इसलिए इस कारोबार का अधिकांश लाभ इन्हीं कारीगरों और हस्तशिल्पियों को मिलेगा। साथ ही, इन उत्पादों को वैश्विक पहचान मिलते ही उनकी ब्रांडिंग और मांग में भी वृद्धि होगी, जिसका दीर्घकालिक लाभ जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स को होगा।

अन्य राज्यों को मिला बड़ा प्लेटफॉर्म
महाकुंभ मेले में देश के बाकी राज्यों को भी अपनी संस्कृति, लोक परंपरा, विरासत दिखाने के लिए एक बड़ा प्लेटफॅार्म मिला है। देश के अधिकांश राज्य अपने राज्यों के राज्य मंडपम में इसे दिखा रहे है। इसमें गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, दादरा नगर हवेली, नागालैंड, लेह आदि प्रमुख हैं।

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