महाकुंभ की तैयारियों के बीच बढ़ा बंदरों का खतरा : एक हफ्ते में 90 से ज्यादा लोगों को काटा, रेलवे ने लंगूरों के पोस्टर लगवाए

UPT | स्टेशनों के पास लगा लंगूर का पोस्टर

Dec 16, 2024 16:00

प्रयागराज में बंदरों का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। शहरी इलाकों और रेलवे स्टेशनों पर बंदरों द्वारा लोगों को काटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे घबराए हुए लोग पटाखे और तेज आवाजों का सहारा ले रहे हैं।

Prayagraj News : प्रयागराज में बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। महाकुंभ की तैयारियों के बीच शहरी इलाकों और रेलवे स्टेशनों पर बंदरों ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। पिछले एक हफ्ते में बंदरों ने 90 से अधिक लोगों को काटा है, जिनमें महिलाएं, बच्चे और छात्राएं भी शामिल हैं। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि लोग अपने घरों और मुहल्लों में पटाखे जलाकर बंदरों को भगाने की कोशिश कर रहे हैं।

इन मुहल्लों में बंदरों का आतंक
अबूबकरपुर, कंधईपुर, प्रीमत नगर, सूबेदारगंज, मीरापुर और बलुआघाट जैसे इलाकों में बंदरों का आतंक अपने चरम पर है। इन इलाकों के लोग पटाखे और तेज आवाज वाले उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि बंदरों को डराया जा सके। अकेले इन इलाकों में बंदरों ने 60 लोगों को बुरी तरह काटा, जिनमें से कई को गंभीर चोटें आई हैं। घायलों का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में कराया जा रहा है।

रेलवे स्टेशन पर हालात बेकाबू
नैनी और छिवकी रेलवे स्टेशन पर बंदरों ने यात्रियों को दौड़ाकर काटने की घटनाएं बढ़ा दी हैं। यहां पिछले महीने में 30 से ज्यादा यात्रियों को बंदरों ने काटा है। इसमें छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं।प्लेटफॉर्म पर ट्रेन आने के समय यात्री बंदरों के डर से इधर-उधर भागते हैं, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन जाती है। कई यात्रियों को बंदरों से बचने के चक्कर में प्लेटफॉर्म पर गिरने से चोटें आई हैं।

रेलवे ने निकाला अनोखा तरीका 
रेलवे ने बंदरों से छुटकारा पाने के लिए लंगूरों का सहारा लिया, लेकिन यह योजना थोड़ी अलग है। इसके लिए स्टेशनों के आस पास लंगूरों के पोस्टर और कटआउट लगाए जा रहें है। रेलवे ने जीवित लंगूर न लाकर उनकी तस्वीरों और कटआउट्स का इस्तेमाल किया है। लंगूरों के पोस्टर नैनी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म्स, बिजली के खंभों, पानी की टंकियों और कार्यालयों के गेट पर लगाए गए हैं। जीआरपी चौकी के गेट पर भी लंगूर की तस्वीर लगाई गई है ताकि पुलिसकर्मी सुरक्षित रहें।

लंगूरों के पोस्टरों का असर
लंगूरों के बड़े-बड़े पोस्टरों से कुछ हद तक बंदरों का डर देखने को मिला है। बंदर उन जगहों से दूर रह रहे हैं जहां लंगूरों की तस्वीरें लगी हैं। हालांकि रेलवे स्टेशन के बाकी हिस्सों पर बंदरों की चहलकदमी जारी है।

स्थानीय लोगों की शिकायतें
बंदरों की बढ़ती संख्या और उनकी आक्रामकता ने स्थानीय लोगों को परेशान कर दिया है। यात्री बंदरों के डर से प्लेटफॉर्म पर खुलकर बैठने या आराम करने में असमर्थ हैं। छतों और दरवाजों पर बंदरों की मौजूदगी से लोग अपने ही घरों में कैद होकर रह गए हैं।

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