मित्रता की सच्ची परिभाषा समझाते आचार्य अंकित महराज : श्रीमद् भागवत कथा में श्रद्धालुओं ने ली शिक्षा, गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

UPT | आचार्य अंकित महराज

Jan 12, 2025 19:33

प्रतापगढ़ जिले के विकास खण्ड सांगीपुर के लखहरा गांव में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।

Prayagraj News : प्रतापगढ़ जिले के विकास खण्ड सांगीपुर के लखहरा गांव में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। यह कथा लीलाधाम लखहरा में आयोजित की जा रही है, जिसे ब्रह्मबीन स्वामी लीलानंद ब्रम्हचारीजी महराज द्वारा स्थापित किया गया है। श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य अंकित जी महराज ने सच्ची मित्रता की महिमा बताते हुए भगवान श्री कृष्ण और सुदामा की मित्रता का प्रसंग प्रस्तुत किया।



श्रीमद् भागवत कथा में श्रद्धालुओं की भागीदारी
कथा में आचार्य अंकित जी ने कहा कि मित्रता करने का सही तरीका भगवान श्री कृष्ण और सुदामा जैसा होना चाहिए। उन्होंने सुदामा के चरित्र को उद्धृत करते हुए बताया कि भले ही सुदामा गरीबी में रहते थे, लेकिन उनका मन भगवान के भक्ति में हमेशा रमता था। जब उनकी पत्नी सुशीला ने बार-बार आग्रह किया, तो सुदामा द्वारका जाने के लिए तैयार हुए।

भगवान श्री कृष्ण का प्रेम
जब सुदामा द्वारका पहुंचे और द्वारपाल ने श्री कृष्ण को बताया कि सुदामा नामक ब्राह्मण आए हैं, तो भगवान श्री कृष्ण तुरंत नंगे पांव दौड़ते हुए अपने मित्र से मिलने पहुंचे। श्री कृष्ण ने अपने मित्र सुदामा को गले से लगा लिया। द्वारकाधीश का सुदामा के प्रति यह प्रेम देख सभा में उपस्थित सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए। कथा के दौरान जय श्री राधे म्यूजिकल ग्रुप द्वारा राधा कृष्ण से जुड़ी भजनों की प्रस्तुति की गई, जिससे श्रद्धालु मंत्र-मुग्ध हो गए। इस अवसर पर मुख्य यजमान बबलू द्विवेदी और अमन सिंह ने व्यासपीठ का पूजन किया।

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