महाकुंभ 2025 : 1.5 लाख से अधिक टॉयलेट होंगे स्थापित, QR कोड से होगी सफाई की मॉनीटरिंग

UPT | महाकुंभ 2025

Nov 07, 2024 17:01

प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ को एक स्वच्छ और सुरक्षित आयोजन के रूप में प्रस्तुत करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कई पहल की हैं। स्वच्छ कुंभ को साकार करने के लिए 1.5 लाख से अधिक टॉयलेट्स और यूरिनल्स स्थापित किए जाएंगे।

Short Highlights
  • महाकुंभ 2025 को एक स्वच्छ और सुरक्षित आयोजन के रूप में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कई पहल की हैं।
  • टॉयलेट्स की सफाई और उनकी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है।
  • ये सभी टॉयलेट्स 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे, ताकि श्रद्धालु किसी भी समय इनका उपयोग कर सकें।
Prayagraj News : प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ को एक स्वच्छ और सुरक्षित आयोजन के रूप में प्रस्तुत करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कई पहल की हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार, प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए कुंभ मेले के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। इस बार स्वच्छ कुंभ को साकार करने के लिए 1.5 लाख से अधिक टॉयलेट्स और यूरिनल्स स्थापित किए जाएंगे। इस कार्य के लिए सभी संबंधित वेंडर्स को पहले ही इम्पैनल्ड कर लिया गया है और उन्हें आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसका मुख्य उद्देश्य है कि श्रद्धालु और पर्यटक खुले में शौच के लिए बाध्य न हों और सभी को सामुदायिक शौचालयों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।



हाई-टेक मॉनिटरिंग सिस्टम से होगी निगरानी
कुंभ के दौरान इतनी बड़ी संख्या में टॉयलेट्स की सफाई और उनकी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा के अनुसार, इन टॉयलेट्स की सफाई और उपयोग की निगरानी क्यूआर कोड्स के माध्यम से की जाएगी। हर टॉयलेट में एक क्यूआर कोड स्थापित किया जाएगा, जो सफाई कर्मियों द्वारा नियमित निरीक्षण के लिए स्कैन किया जाएगा, ताकि सफाई की स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सके। इसके अतिरिक्त, जेट स्प्रे क्लीनिंग सिस्टम और सेसपूल ऑपरेशन प्लान भी तैयार किया गया है, जिससे सेप्टिक टैंक और सोक पिट जैसी संरचनाओं का समय-समय पर रखरखाव किया जा सके। इस महाकुंभ आयोजन के लिए अब तक 55 वेंडर्स को टॉयलेट्स और यूरिनल्स की स्थापना के लिए इम्पैनल्ड किया जा चुका है, जिनका कार्य प्रगति पर है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने इस काम को 15 दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिससे कि कुंभ से पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ तैयार हो सकें।

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मौनी अमावस्या के पीक डे के लिए विशेष तैयारी
महाकुंभ का सबसे प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या है, जब सबसे अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान करने के लिए आते हैं। यह दिन सबसे बड़ी भीड़ को संभालने का एक चुनौतीपूर्ण अवसर होता है, क्योंकि इस दिन 4 से 5 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना होती है। ऐसे में, इस विशेष दिन के लिए अतिरिक्त टॉयलेट्स की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी स्थिति में श्रद्धालुओं को असुविधा न हो। अध्ययन के अनुसार, 1.5 लाख टॉयलेट्स इस विशाल संख्या के लिए पर्याप्त माने गए हैं और ये सभी टॉयलेट्स 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे, ताकि श्रद्धालु किसी भी समय इनका उपयोग कर सकें।

सोक पिट और सेप्टिक टैंक युक्त टॉयलेट्स का निर्माण
प्रयागराज कुंभ क्षेत्र में स्वच्छता बनाए रखने के लिए सोक पिट और सेप्टिक टैंक युक्त टॉयलेट्स की स्थापना की जा रही है। इसके अंतर्गत, 49 हजार कनाथ टॉयलेट्स, जो कि सोक पिट युक्त हैं, स्थापित किए जा रहे हैं, जिनकी जिम्मेदारी 9 वेंडर्स को सौंपी गई है। इसके साथ ही, 12 हजार एफआरपी सेप्टिक टैंक वाले टॉयलेट्स और 17 हजार सोक पिट आधारित एफआरपी टॉयलेट्स भी स्थापित किए जा रहे हैं। इनकी निगरानी और संचालन के लिए कुल 10 वेंडर्स को इम्पैनल्ड किया गया है।

सामुदायिक टॉयलेट्स और मोबाइल टॉयलेट्स की व्यवस्था
श्रद्धालुओं के लिए प्रीफैब्रिकेटेड स्टील बेस्ड सामुदायिक टॉयलेट्स भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिनमें से 9 हजार कम्युनिटी टॉयलेट्स (सेप्टिक टैंक वाले) और 23 हजार कम्युनिटी टॉयलेट्स (सोक पिट वाले) स्थापित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, 10 सीटर वाले 350 मोबाइल टॉयलेट्स की व्यवस्था भी की जा रही है, ताकि कहीं भी आवश्यकता पड़ने पर इन्हें आसानी से पहुंचाया जा सके। इन मोबाइल टॉयलेट्स के लिए 3 वेंडर्स को इम्पैनल्ड किया गया है।

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वीआईपी और यूरिनल्स की स्थापना
महाकुंभ में वीआईपी टॉयलेट्स की भी व्यवस्था की जा रही है, जिनके लिए विशेष वेंडर्स को जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही, 20 हजार एफआरपी आधारित यूरिनल्स की स्थापना की जा रही है, जिनके लिए 5 वेंडर्स को नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, 15 हजार सीमेंटेड टॉयलेट्स भी स्थापित किए जा रहे हैं, जो किसी भी आकस्मिक स्थिति में कुंभ क्षेत्र की स्वच्छता और सुविधाओं को बनाए रखने में सहायक होंगे।

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