सर्वोदय सदभावना संस्थान द्वारा गुरुवार को प्रतापगढ़ तहसील सभागार में एक भव्य सदभावना सभा का आयोजन किया गया।
Pratapgarh News : सर्वोदय सदभावना संस्थान द्वारा गुरुवार को प्रतापगढ़ तहसील सभागार में एक भव्य सदभावना सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और गांधीवादी विचारक आचार्य विनोबा भावे के शिष्य स्वर्गीय पं. सूर्यबली पाण्डेय का 103वां जन्मदिवस सदभावना दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि अधिवक्ता रामसेवक त्रिपाठी और अन्य अतिथियों ने स्वर्गीय पं. सूर्यबली पाण्डेय के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की।
मुख्य अतिथि का संबोधन
मुख्य अतिथि अधिवक्ता रामसेवक त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश को आज़ादी दिलाने के लिए अपार कुर्बानियाँ दीं। उन्होंने कहा कि इन सेनानियों ने कभी अपने लिए कुछ प्राप्त करने की कामना नहीं की, उनका उद्देश्य हमेशा देश को गुलामी के बंधनों से मुक्त कराना था। त्रिपाठी ने पं. सूर्यबली पाण्डेय के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि वह दयालुता और करूणा के प्रतीक थे। उन्होंने संत के रूप में जीवन बिताया और ईमानदारी और कर्मठता से अधिवक्ता धर्म निभाया। इसके साथ ही, वे आचार्य विनोबा के साथ भूदान आंदोलन में भी सक्रिय रूप से शामिल हुए थे और प्रतापगढ़ से गौरा और शाहगंज तक पैदल यात्रा की थी। उन्हें मीसाबंदी के दौरान जेल भी जाना पड़ा था।
पं. सूर्यबली पाण्डेय का योगदान
कार्यक्रम के आयोजक ओमप्रकाश पाण्डेय और अनिरूद्धरामानुजदास ने अतिथियों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम का संचालन संयुक्त अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष विकास मिश्र ने किया। कार्यक्रम के दौरान संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विभाकरनाथ शुक्ल, उपाध्यक्ष बालेन्द्र तिवारी, राममोहन सिंह, राधारमण शुक्ल, टीपी यादव और देवी प्रसाद मिश्र सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।