सफाईकर्मियों की सुविधाओं पर योगी सरकार का विशेष ध्यान : महाकुंभ में स्वच्छता मिशन को साकार करने में जुटे सफाईकर्मी

UPT | प्रयागराज में रात के समय सफाई करते सफाई कर्मी

Nov 09, 2024 23:34

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारी पूरी जोर-शोर से चल रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वच्छ और सुंदर महाकुंभ के संकल्प को साकार करने के लिए मेला प्रशासन ने व्यापक योजनाएं बनाई हैं...

Short Highlights
  • 15 दिन में डीबीटी के माध्यम से अकाउंट में सीधे भेजा जा रहा मानदेय
  • सफाई कर्मियों के लिए की गई है स्वच्छ कुंभ कोष की स्थापना
  • सफाईकर्मियों और उनके परिवारों को शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा भी मिल रही है
  • मेला क्षेत्र में सफाईकर्मियों के लिए एक सैनिटेशन कॉलोनी बनाई गई है
Prayagraj News : प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारी पूरी जोर-शोर से चल रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वच्छ और सुंदर महाकुंभ के संकल्प को साकार करने के लिए मेला प्रशासन ने व्यापक योजनाएं बनाई हैं। लगभग 10,000 सफाईकर्मियों को दिन-रात इस महान आयोजन के क्षेत्र को स्वच्छ बनाने के लिए तैनात किया गया है। ये सभी सफाईकर्मी मुख्यमंत्री योगी की सोच के अनुसार महाकुंभ की स्वच्छता में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं और जैसे-जैसे महाकुंभ नजदीक आ रहा है उनकी गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है।

सफाईकर्मियों की सुविधा का ध्यान
योगी सरकार सफाईकर्मियों की सुविधाओं और सम्मान पर विशेष ध्यान दे रही है। स्वच्छ कुंभ कोष के तहत इन सफाईकर्मियों के रहने खाने-पीने और उनके बच्चों के लिए निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है। इस पहल के माध्यम से न केवल महाकुंभ की स्वच्छता सुनिश्चित की जा रही है, बल्कि सफाईकर्मियों और उनके परिवारों को शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा भी प्राप्त हो रही है।



सेनिटेशन कॉलोनी का निर्माण
महाकुंभ मेला की विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा ने बताया कि सफाईकर्मियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र में एक विशेष सैनिटेशन कॉलोनी बनाई गई है। इस कॉलोनी में सफाईकर्मियों के लिए खाने-पीने और रहने की निःशुल्क व्यवस्था की गई है, जिससे उन्हें आराम और सुरक्षा दोनों मिल रही है।

बच्चों की शिक्षा का विशेष ध्यान
महाकुंभ के दौरान सफाईकर्मियों के बच्चों की शिक्षा पर भी जोर दिया जा रहा है। हर सेक्टर में एक प्राइमरी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र खोले जा रहे हैं। हाल ही में मेला क्षेत्र में एक प्राइमरी विद्यालय की स्थापना की गई है, जहां बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद की गतिविधियों में भी भाग लेने का अवसर मिलेगा। इन विद्यालयों में बच्चों को मिड डे मील जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी और जरूरत पड़ने पर कुछ सेक्टरों में एक से ज्यादा प्राइमरी स्कूल भी खोले जाएंगे।

मानदेय का डीबीटी के माध्यम से भुगतान
सफाईकर्मियों के मानदेय का भुगतान भी सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्हें हर 15 दिन में डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में मानदेय प्रदान किया जा रहा है, ताकि उनकी दैनिक जरूरतें आसानी से पूरी हो सकें। महाकुंभ को सफल और स्वच्छ बनाने के लिए सफाईकर्मियों के लिए विशेष स्वच्छ कुंभ कोष स्थापित किया गया है जिससे उन्हें हर संभव सहायता दी जा रही है। इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार की अन्य योजनाओं से भी इन्हें जोड़ा जा रहा है, ताकि वे सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। 

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