मुजफ्फरनगर के बालियान का बलिदान : आज पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार, श्रीनगर में हुई थी शहादत...

UPT | नायक विवेक देशवाल का पार्थिव शरीर

Nov 04, 2024 12:22

मुजफ्फरनगर जिले के वीर सपूत नायक विवेक देशवाल श्रीनगर में गश्त के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए थे। आज उनके पार्थिव शरीर को उनके गांव लाया गया है।

Muzaffarnagar News : जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सपूत नायक विवेक देशवाल की शहादत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। मुजफ्फरनगर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के शाहजुड्डी गांव में स्थित उनके पैतृक घर में मातम का माहौल है। 30 वर्षीय विवेक देशवाल शनिवार को श्रीनगर के रावलपोरा इलाके में गश्त के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए। आज उनका पार्थिव शरीर गांव लाया जाएगा, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।



विधायक ने दिया पार्थिव शरीर को कंधा 
वीर शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार को दिल्ली से शाहजुड्डी लाया गया। जहां पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मेरठ कैंट के विधायक अमित अग्रवाल ने मेरठ में शहीद के पार्थिव शरीर को कंधा देकर श्रद्धांजलि अर्पित की और शोकाकुल परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की।

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28 एएडी बटालियन में तैनात थे नायक विवेक
28 एएडी बटालियन में तैनात नायक विवेक रोड ओपनिंग पार्टी का महत्वपूर्ण हिस्सा थे। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल राजीव चौहान ने बताया कि गश्त के दौरान हुई गोलीबारी में उन्होंने अपनी जान गंवा दी। सेना की यूनिट ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है।

शहादत से कुछ घंटे पहले हुई थी पिता से बात
शहीद विवेक के पिता संतरपाल देशवाल जो एक किसान हैं ने बताया कि विवेक उनका इकलौता बेटा था। 2015 में बरेली सेंटर से सेना में भर्ती होने के बाद वह पिछले पांच वर्षों से जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। शहादत से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने अपने पिता से फोन पर बात की थी। जिसमें भैया दूज के बारे में चर्चा की थी। यह उनकी अपने पिता से आखिरी बातचीत साबित हुई। विवेक की शादी 2016 में धीराहेडी की रहने वाली इंदु के साथ हुई थी। वह दो छोटे बच्चों, पांच वर्षीय पुत्र रुद्र और तीन वर्षीय पुत्री सान्वी के पिता थे। दुख की बात है कि इस वर्ष अप्रैल में ही उनकी माता लोकेश का भी निधन हो गया था। जिसके लिए वह अवकाश लेकर घर आए थे।

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शहीद की वीरता को याद करते हुए श्रद्धांजलि
शहीद नायक विवेक देशवाल का यह बलिदान न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। उनके परिवार और क्षेत्र के लोगों ने विवेक के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी वीरता और साहस का यह बलिदान देश कभी नहीं भुला पाएगा।

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