Chandauli News : अकीदत के साथ मनाया गया कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा, कड़ी रही सुरक्षा... 

UPT | ईद उल अजहा की नमाज अदा करते मुसलमान

Jun 17, 2024 17:10

ईद-उल-अजहा का त्योहार सोमवार को शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में अकीदत से मनाया गया। इस अवसर पर मुसलमानों ने ईदगाह व मस्जिदाें में नमाज अदा की और गले मिलकर एक-दूसरे को बकरीद की...

Short Highlights
  • मस्जिदों, ईदगाहों के पास रहे सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त।
  • मुस्लिम बस्तियों में नजर आया मेले जैसा माहौल।
Chandauli News : ईद-उल-अजहा का त्योहार सोमवार को शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में अकीदत से मनाया गया। इस अवसर पर मुसलमानों ने ईदगाह व मस्जिदाें में नमाज अदा की और गले मिलकर एक-दूसरे को बकरीद की मुबारकबाद दी। घर पहुंचकर जानवरों की कुर्बानी दी। मेहमानों का इस्तकबाल भी किया।
 
कड़ी सुरक्षा के बीच हुई नमाज
जिले के सबसे बड़े शहर मुगलसराय में शाहकुटी ईदगाह में काफी संख्या में मुस्लिम आबादी ने नमाज अदा की‌। इस्लामपुर, महमूदपुर, मुस्लिम महाल, पथरा आदि इलाकों में दिनभर मेले जैसा माहौल रहा। मुख्यालय के सकलडीहा रोड स्थित ईदगाह के पास सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। एडिशनल एसपी विनय कुमार सिंह, सदर सीओ राजेश राय और कोतवाल गगन राशि मुस्तैदी के साथ डटे रहे। जिले में परंपरागत ढंग से सोमवार को बकरीद मनाई गई। मस्जिद व ईदगाहों में नमाज अदा की गई तथा बकरे की कुर्बानी दी गई। पूरे जिले में सुरक्षा की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रही। जिला मुख्यालय सहित चिन्हित किए गए तमाम स्थानों पर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सुरक्षा बल के जवान भी तैनात रहे। 

यह था जज्बा-ए-इब्राहिम
इमाम ने बताया कि ईद-उल-अजहा को बकरीद भी कहा जाता है। अपने रब की राह में कुर्बानी के जज्बे से लबरेज होकर राहे खुदा में उनका सच्चा फरमांबरदार बन जाना ही इस पाक पर्व का मकसद है। पैगंबर इब्राहिम से खुदा ने अपनी राह में सबसे अजीज चीज की कुर्बानी देने का हुक्म दिया तो वे अपने कलेजे के टुकड़े बेटे हजरत इस्माइल को खुदा की राह में कुर्बानी करने को तैयार हो गए। यह था जज्बा-ए-इब्राहिम। जिसने कुर्बानी व खुदा की फरमांबरदारी करने की एक अजीम मिसाल कायम की। यह वही पैगंबर इब्राहिम थे, जिन्हें जब उनके रब ने आवाज दी तो नंगे पांव दहकते अंगारे पर चल पड़े। सोमवार को कुर्बानी के इस पाक पर्व पर नमाज के बाद जगह-जगह कुर्बानी दी गई। बकरीद पर मस्जिदों व ईदगाहों को सजाया गया था। नमाज अदा करने बाद मुस्लिम भाइयों ने एक दूसरे के गले मिलकर इस पर्व की बधाइयां दीं।

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