वाराणसी में गंगा संरक्षण का नया अध्याय :  96 करोड़ की लागत से बनेगा पहला एसटीपी, 2 लाख लोगों को होगा फायदा

UPT | Ganga River

Jul 20, 2024 17:12

यह परियोजना वाराणसी के शहरी क्षेत्रों में सीवेज और पेयजल व्यवस्था सुधारने की एक बड़ी योजना का अंग है। लोहता, भगवानपुर, दीनापुर और सूजाबाद में 4 नए एसटीपी का निर्माण किया जाएगा...

Varanasi News : वाराणसी शहर में गंगा नदी के प्रदूषण को रोकने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ किया गया है। इस परियोजना के तहत, पहली बार गंगा नदी के पूर्वी तट पर एक आधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण किया जाएगा। यह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण अमृत 2.0 योजना के तहत किया जाएगा। इसकी अनुमानित लागत 96.63 करोड़ रुपये है।

योजना की खास बातें
  • 26.89 किलोमीटर लंबा नया सीवर नेटवर्क स्थापित किया जाएगा।
  • कोदोपुर में 5 एकड़ भूमि पर 7 मिलियन लीटर प्रतिदिन क्षमता का एसटीपी बनेगा।
  • इससे सूजाबाद, डोमरी और रामनगर के लगभग 2 लाख निवासियों को लाभ होगा।
  • घरेलू सीवर कनेक्शन भी इस नेटवर्क से जोड़े जाएंगे।
  • इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य है गंगा नदी में अशोधित सीवेज के प्रवाह को पूर्णतः रोकना। 
5055.36 करोड़ रुपये का बजट
यह परियोजना वाराणसी के शहरी क्षेत्रों में सीवेज और पेयजल व्यवस्था सुधारने की एक बड़ी योजना का अंग है। लोहता, भगवानपुर, दीनापुर और सूजाबाद में 4 नए एसटीपी का निर्माण किया जाएगा। साथ ही नई सीवर पाइपलाइन का विस्तार भी विस्तार होगा। कुल 5055.36 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है। निगम की ओर से 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सीवर समस्या के समाधान के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया गया है। 

वर्तमान में शहर में 7 एसटीपी कार्यरत हैं। नए प्रस्तावित एसटीपी के साथ, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी अशोधित सीवेज गंगा नदी में न मिले, जिससे नदी के प्रदूषण में कमी आएगी और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी।

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