Varanasi News : चाइनीज मांझे के विरोध का अनोखा तरीका, 21 फीट के पुतले के साथ निकाला मार्च...

UPT | सपा कार्यकर्ताओं ने चाइनीज मांझे के विरोध में निकाला मार्च।

Jan 13, 2025 16:45

चाइनीज मांझे को लेकर समाजवादी पार्टी द्वारा लगातार लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत सोमवार को समाजवादी पार्टी ने राक्षस रूपी चाइनीज मांझे के विरोध का अनोखा तरीका अपनाया। लगभग 21 फीट...

Varanasi News : चाइनीज मांझे को लेकर समाजवादी पार्टी द्वारा लगातार लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत सोमवार को समाजवादी पार्टी ने राक्षस रूपी चाइनीज मांझे के विरोध का अनोखा तरीका अपनाया। लगभग 21 फीट ऊंची राक्षस रूपी प्रतीकात्मक चाइनीज मांझे के प्रति नमो घाट से अस्सी घाट तक लोगों को जागरूक किया गया। 
 
पुलिस ने रोका मार्च
समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के प्रदेश महासचिव किशन दीक्षित ने दो दिन पहले चाइनीज मांझा रूपी राक्षस का पुतला निकालने का आह्वान किया था। इसकी अनुमति ना होने के कारण पुलिस ने कार्यक्रम पर रोक लगा दी थी। इसके बाद आज चाइनीज मांझे के विरोध में सपाइयों ने भैंसासुर राजघाट से 21 फीट के चाइनीज राक्षस का प्रतीकात्मक पुतला लेकर विरोध मार्च किया। लेकिन, कोतवाली एसीपी प्रज्ञा पाठक ने बिना अनुमति के मार्च निकालने पर रोक लगा दी। फिर भी पुलिस की नजरों से बचते हुए समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव किशन दीक्षित के नेतृत्व में सपाइयों ने 21 फीट के चाइनीज राक्षस के प्रतीकात्मक पुतले को लेकर सरायमोहाना से मोटरबोट पर निकल पड़े।

रेत में दफनाया पुतला
विरोध मार्च की सूचना पर जब तक पुलिस के पास पहुंचती, तब तक सपाई मोटरबोट पर पुतले को लेकर निकल पड़े। यह यात्रा चाइनीज मांझे के विरोध में निकाली गई थी, जो कई लोगों की जान ले चुका है। पुतले पर 'मैं चाइनीज मांझा राक्षस हूं, मैं लोगों का खून पीता हूं' लिखा हुआ था। विरोध मार्च नमो घाट, गायघाट, मणिकर्णिका घाट, दशाश्वमेध घाट, केदारघाट होते हुए असी घाट पहुंचा। इसके बाद पुतले को गंगा उस पार बालू में दफना दिया गया। 

बाजार में बिक रहा मौत का सामान
सपा नेता किशन दीक्षित ने कहा कि चाइनीज मांझे का आतंक देशभर में फैला हुआ है। यह मांझा न केवल पक्षियों की जान ले रहा है, बल्कि इंसानों की भी जान ले रहा है। आएदिन चाइनीज मांझे के कारण लोगों की मौत की खबरें सुनने को मिलती हैं। फिर भी यह मौत का सामान बाजार में खुलेआम बिक रहा है। यह सवाल उठता है कि जब चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध है, तो फिर यह बाजार में कैसे बिक रहा है? इसका जवाब है सत्ता और प्रशासन की नाकामी। सरकार और प्रशासन की लापरवाही के कारण यह मौत का सामान बाजार में बिक रहा है।

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