IMS BHU में बदलाव का ब्लू प्रिंट तैयार : दो साल तक एम्स की तर्ज पर होगा कामकाज, मिलेंगी वैसी ही सुविधाएं

UPT | आईएमएस बीएचयू

Nov 27, 2024 15:20

आईएमएस बीएचयू में एम्स जैसी सुविधाओं को लेकर एमओयू के बाद अब यहां होने वाले बदलावों का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है। इसमें शैक्षिक कार्यों के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अलग-अलग कमेटियां बनाई गई हैं।

Short Highlights
  • सुविधाओं के लिए बनाई गई अलग-अलग कमेटियां
  • हर कमेटी के पास तीन-तीन सब कमेटियां होंगी
  • एम्स जैसी मिलेंगी सुविधाएं
Varanasi News  : आईएमएस बीएचयू में एम्स जैसी सुविधाओं को लेकर एमओयू के बाद अब यहां होने वाले बदलावों का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है। इसमें शैक्षिक कार्यों के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अलग-अलग कमेटियां बनाई गई हैं। इन कमेटियों के पास जो भी आवेदन आएंगे, उन्हें निपटाने के लिए एक तय समय सीमा भी निर्धारित कर दी गई है। इससे कार्यों में तेजी आएगी और सभी प्रक्रियाएं समय पर पूरी होंगी।

आवेदन के बाद मोबाइल पर मेसेज
आईएमएस बीएचयू में एम्स जैसी सुविधाओं की शुरुआत के बाद अब आवेदन करने वाले लोगों को निस्तारण के बाद मोबाइल पर मेसेज भी भेजा जाएगा। इसके साथ ही, एमओयू के बाद रणनीति के अनुसार अगले दो साल तक आईएमएस का कामकाज एम्स की तर्ज पर ही होगा, जिससे कार्यप्रणाली में सुधार आएगा।


पठन-पाठन और शोध पर भी विशेष ध्यान
22 नवंबर को नई दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान की मौजूदगी में किए गए नए एमओयू के बाद इस दिशा में काम शुरू हो गया है। इस समझौते के तहत, मरीजों को एम्स जैसी जांच और इलाज की सुविधाएं दी जाएंगी, वहीं पठन-पाठन और शोध पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। एमओयू के पूरा होने के बाद आईएमएस से जुड़े विभिन्न विभागों में इस सुविधा को लागू करने के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है।

मरीजों, मेडिकल छात्रों और शिक्षकों को भी लाभ
आईएमएस निदेशक प्रो. एसएन संखवार भी विभागों के अध्यक्ष, संकाय प्रमुख और अन्य वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ मिलकर एम्स जैसी सुविधाओं के बारे में मंथन कर रहे हैं। यह पहल मरीजों, मेडिकल छात्रों, शिक्षकों और पैरामेडिकल स्टाफ सभी के लिए फायदेमंद साबित होगी।                                                                              

कामकाज के लिए कई कमेटियां
एम्स की तर्ज पर कामकाज को सुचारू रूप से कराने के लिए कई कमेटियां बनाई जा रही हैं। इनमें शैक्षणिक, प्रशासनिक कामकाज, वित्तीय कामकाज, स्वास्थ्य सुविधा, छात्र, शिक्षक, कर्मचारियों की सुविधाओं सहित अन्य व्यवस्थाओं की अलग-अलग कमेटियां शामिल हैं। हर कमेटी के पास तीन-तीन सब कमेटियां होंगी, जिससे आवेदनों का समय से निस्तारण हो सके और किसी तरह की गड़बड़ी न हो।

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