5 अक्टूबर से अकबरपुर स्टेशन पर फिर थमेंगी ट्रेनें : 12 दिन से था रूट डायवर्जन, दूर होगी यात्रियों की परेशानी

12 दिन से था रूट डायवर्जन, दूर होगी यात्रियों की परेशानी
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Oct 04, 2024 17:14

अकबरपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का आगमन 5 अक्टूबर की आधी रात के बाद से शुरू होगा। डेढ़ दर्जन ट्रेनों के रूट डायवर्जन के कारण पिछले 12 दिनों से यात्रियों को जिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है...

Oct 04, 2024 17:14

Ambedkar Nagar News : अकबरपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का आगमन 5 अक्टूबर की आधी रात के बाद से शुरू होगा। डेढ़ दर्जन ट्रेनों के रूट डायवर्जन के कारण पिछले 12 दिनों से यात्रियों को जिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है, उनके लिए अब राहत की एक बड़ी खबर आई है। इससे यात्रियों को न केवल गंतव्य तक पहुंचने में सुविधा होगी, बल्कि लगभग सन्नाटे में डूबी दुकानों में भी रौनक लौट आएगी।

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यात्रियों की मुश्किलें होंगी दूर
अकबरपुर रेलवे स्टेशन के विभिन्न प्लेटफार्मों और परिसर के बाहर स्थित दुकानों पर यात्रियों की कमी के कारण व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस स्थिति के कारण दुकानदारों के सामने आर्थिक संकट भी उत्पन्न हो गया था। अब, शुक्रवार मध्यरात्रि से एक बार फिर ट्रेनों का संचालन शुरू होने जा रहा है। चार अक्टूबर की रात से चलने वाली ट्रेनों का आगमन पांच अक्टूबर की आधी रात के बाद से शुरू होगा, जिससे ट्रेन यात्रा करने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।



अकबरपुर स्टेशन पर लौटेगी चहल-पहल
ट्रेनों के रूट डायवर्जन के कारण रेलवे स्टेशन परिसर और उसके बाहर स्थित विभिन्न प्रकार की दुकानों पर लगभग सन्नाटा छाया हुआ था। अब जबकि ट्रेनों का संचालन एक बार फिर से शुरू हो रहा है, दुकानदारों को अपने व्यवसाय में चहल-पहल बढ़ने की उम्मीद है। चाय की दुकान चलाने वाले सुमित गुप्ता ने बताया कि रूट डायवर्जन के चलते उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब यह समस्या समाप्त हो जाएगी। वहीं, शीतल पेयजल की दुकान के संचालक राजेंद्र कुमार ने कहा कि ठंडे पानी की बोतलों की बिक्री में भारी कमी आई थी। पहले जहां लगभग सौ बोतलें बिकती थीं, वहीं अब रूट डायवर्जन के चलते यह संख्या 20 से 25 तक सीमित रह गई थी।

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निर्माण कार्य के कारण किया था डायवर्जन
बता दें कि अकबरपुर-जौनपुर रेलमार्ग पर शाहगंज स्टेशन के पास चल रहे निर्माण कार्य के कारण 23 सितंबर से डेढ़ दर्जन ट्रेनों का रूट डायवर्जन किया गया था। इनमें इंटरसिटी, आनंदविहार, सद्भावना, किसान, दून, कैफियात, साबरमती, अमृतसर, मऊ आनंद विहार और फरक्का जैसी प्रमुख ट्रेनें शामिल थीं। इस दौरान केवल तीन ट्रेनें, जम्मूतवी, वाराणसी-अहमदाबाद और वाराणसी-बरेली, सामान्य रूप से संचालित हो रही थीं। कई ट्रेनों का रूट बदलने के कारण दिल्ली, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य राज्यों के यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसके चलते यात्रियों को वाराणसी, जौनपुर, सुल्तानपुर, बाराबंकी और लखनऊ जाकर संबंधित ट्रेनों का सहारा लेना पड़ा।

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