यूपी के बस्ती जिले में गैंगरेप की शिकार पीड़िता का मेडिकल जांच दूसरे दिन भी पूरी नहीं हो सकी, जिससे पीड़िता और उसके परिवार को गहरी निराशा का सामना करना पड़ा।
बस्ती में गैंगरेप पीड़िता का मेडिकल अधूरा : स्टाफ पर परेशान करने के आरोप, सोमवार को फिर बुलाया
Oct 13, 2024 18:34
Oct 13, 2024 18:34
ये भी पढ़ें : डेंगू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी : स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी, हर दिन दर्ज हो रहे 40 से 50 नए मामले, प्रशासन सतर्क
घंटों इंतजार और स्टाफ के सवालों से परेशान
पीड़िता ने बताया कि वह सुबह 9 बजे मेडिकल कराने के लिए अस्पताल पहुंची थी, लेकिन महिला कांस्टेबल देर से आई। दोपहर 1 बजे कांस्टेबल आई, पर उसे तब भी इंतजार करना पड़ा। लगभग 4 बजे उसे बुलाकर अंदर बैठाया गया, जहां उससे डेढ़ घंटे तक सवाल पूछे गए। पीड़िता ने आरोप लगाया कि मेडिकल प्रक्रिया के दौरान स्टाफ ने स्लाइड बदल दी और जब उसने इसका कारण पूछा तो उसे ताने दिए गए। स्टाफ ने उसे धमकी भी दी, जिससे वह और असहज हो गई।
डॉक्टर ने बयान सही से दर्ज नहीं किया
पीड़िता ने आरोप लगाया कि डॉक्टर उसके बयान को सही तरीके से नहीं लिख रही थीं और महिला कांस्टेबल उसके बयान का वीडियो बना रही थी। उसने बताया कि उससे सवाल किया गया कि वह इतनी देर से क्यों आई और पहले क्यों नहीं आई। पीड़िता ने जवाब दिया कि वह तब आई जब उसकी हालत गंभीर हो गई।
पांच साल तक गैंगरेप और ब्लैकमेल का शिकार
पीड़िता ने बताया कि यह घटना नवंबर 2019 में लालगंज के ग्राहक सेवा केंद्र से शुरू हुई थी, जहां दुकानदार ने उसे चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश कर दिया था। इसके बाद दुकानदार ने उससे रेप किया और गंदी तस्वीरें और वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करने लगा। वह न केवल खुद उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा, बल्कि अपने चार दोस्तों से भी उसका रेप कराया। इस दौरान वह कई बार उसे अलग-अलग स्थानों पर ले गया, यहां तक कि नेपाल भी ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस कार्रवाई और पीड़िता का संघर्ष
पीड़िता ने बताया कि उसने 18 सितंबर को एसपी से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर 25 सितंबर को दोबारा एसपी से मुलाकात की। पुलिस ने सिर्फ एक आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया, जबकि बाकी चार आरोपियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। पीड़िता ने बताया कि वह अब इस अत्याचार से तंग आ चुकी है और अगर उसे इंसाफ नहीं मिला, तो वह अपनी जान दे देगी।
ये भी पढ़ें : रावण दहन के बाद राख लेने दौड़ी भीड़ : पुलिस को करना पड़ा बल प्रयोग, लेकिन फिर भी नहीं माने लोग और...
पुलिस का बयान
सीओ रूधौली संजय सिंह ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर एक आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की जांच चल रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सबूतों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी, लेकिन पीड़िता का कहना है कि जब तक सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती, उसे न्याय नहीं मिलेगा।
Also Read
21 Dec 2024 02:05 PM
मंगलवार की देर रात गाड़ी संख्या 15101 छपरा-मुंबई अंत्योदय एक्सप्रेस बस्ती स्टेशन पर पहुंची। जैसे ही यात्रियों ने ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की, उन्होंने पाया कि ट्रेन के दरवाजे बंद थे। और पढ़ें