Bahraich Violence : हिंसा की आड़ में माहौल बिगाड़ने की साजिश, बहराइच कांड का पाकिस्तान से जुड़ा तार!

हिंसा की आड़ में माहौल बिगाड़ने की साजिश, बहराइच कांड का पाकिस्तान से जुड़ा तार!
UPT | हिंसा की आड़ में माहौल बिगाड़ने की साजिश

Oct 16, 2024 13:33

बहराइच में रविवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब कई अहम सुराग सामने आए हैं, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि इस घटनाक्रम के पीछे एक सुनियोजित साजिश है।

Oct 16, 2024 13:33

Bahraich Violence : बहराइच में रविवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब कई अहम सुराग सामने आए हैं, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि इस घटनाक्रम के पीछे एक सुनियोजित साजिश है। जांच में पता चला है कि सोशल मीडिया पर कई भड़काऊ वीडियो और पोस्ट वायरल किए गए हैं, जो विशेष समुदाय के लोगों पर हमले का आरोप लगाते हैं। इसके चलते न केवल बहराइच, बल्कि अन्य शहरों में भी माहौल बिगड़ने से रोकने के लिए प्रशासन को इंटरनेट सेवाएं बंद करने का निर्णय लेना पड़ा।

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पुलिस की जांच और मुख्यमंत्री का हस्तक्षेप
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने बहराइच पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। सोमवार दोपहर के बाद से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं आई, और स्थिति सामान्य होने के बाद एडीजी ने मंगलवार देर शाम राजधानी लौटने का निर्णय लिया। वह बुधवार को अपनी रिपोर्ट डीजीपी को सौंपेंगे, जिसमें सभी तथ्यों को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

सलमान का पुलिस से करीबी रिश्ता
पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि रामगोपाल मिश्रा को गोली मारने वाला सलमान स्थानीय पुलिसकर्मियों का करीबी था। उसकी छवि एक दबंग के रूप में थी, और आशंका जताई जा रही है कि सलमान के करीबी संबंधों के कारण स्थानीय पुलिस घटना के समय मूकदर्शक बनी रही। जुलूस के दौरान डीजे पर पाकिस्तान के खिलाफ गाने का विरोध किया गया, जिसके बाद पथराव शुरू हुआ और स्थिति बिगड़ने लगी।

हिंसा का सिलसिला
9 अक्टूबर को महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान विवाद उत्पन्न हुआ। इस विवाद के बाद दूसरे समुदाय के युवकों ने पथराव करना शुरू कर दिया, जिससे दुर्गा प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई। इसके बाद पूजा समिति के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके परिणामस्वरूप रामगोपाल मिश्रा को घर से खींचकर गोली मार दी गई। इस घटना के बाद पूरे जिले में बवाल मच गया।



प्रशासन की स्थिति
बहराइच में हिंसा की आग में दो दिन धधकने के बाद, मंगलवार को स्थिति पूरी तरह शांत हो गई। हालांकि, लोगों में दहशत और तनाव बना हुआ है। पुलिस और पीएसी की तैनाती लगातार बनी रही। दुकानें खुलने लगीं और प्रभावित परिवारों को राशन वितरित किया गया। पुलिस ने मलबे को साफ किया और सुरक्षा के लिए चौराहों पर कड़ा पहरा लगाया गया।

उपद्रवियों की पहचान और गिरफ्तारियां
बहराइच पुलिस ने सांप्रदायिक हिंसा भड़काने में शामिल 52 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसके अलावा, दो और मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं। एसपी बहराइच वृंदा शुक्ला ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में उच्च अधिकारियों के साथ गश्त की जा रही है और वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।

शासन का हस्तक्षेप
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रशासन ने सभी जरूरी कदम उठाए। एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश, गृह सचिव संजीव गुप्ता, और अन्य आला अधिकारियों ने मौके पर जाकर हालात को नियंत्रण में लाने के लिए ठोस कदम उठाए। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को दो शिफ्टों में तैनात किया गया है ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।

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पाकिस्तान से जुड़े संभावित कनेक्शन की भी जांच
बहराइच में पिछले दिनों की हिंसा ने एक बार फिर सामुदायिक सौहार्द को चुनौती दी है। हालात अब सामान्य होते दिख रहे हैं, लेकिन प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। अब यह देखना होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले की गहन जांच के बाद उपद्रवियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं। इस हिंसा के पीछे की साजिश और पाकिस्तान से जुड़े संभावित कनेक्शन की भी जांच की जा रही है, जिससे यह मामला और भी जटिल होता जा रहा है। 

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