उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हुई, जिसके बाद हिंसा और आगजनी की घटनाएं सामने आईं।
बहराइच, बवाल और सियासत : सुलगते सवाल- हिंसा संयोग है या प्रयोग! नेताओं की भी सुनिए…
Oct 14, 2024 18:52
Oct 14, 2024 18:52
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भाजपा ने इस तरह सवाल उठाए
भाजपा ने इस घटना को पिछले चार महीनों में कुछ शक्तियों के बढ़ने से जोड़ा है और कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने हिंसा पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत को कमजोर करने की साजिश की जा रही है। देश की जनता को सोचना चाहिए कि पिछले चार महीने में इस तरह की घटना क्यों बढ़ी है? कुछ महीने से किसकी ताकत बढ़ी है. पिछले कुछ समय में जिस तरह रेलवे के खिलाफ साजिश और इस तरह की घटनाएं हो रही है ये उन्हीं शक्तियों के टूल है. दे इन सभी घटनाओं को एकसाथ देखना जरूरी है।
सपा ने सरकार को घेरा
समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि यह घटना उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए कराई गई है और सरकार इसका लाभ उठाने की कोशिश करेगी। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे सरकार और प्रशासन की विफलता बताया है। अखिलेश यादव ने कहा कि बहराइच में जो हुआ वो सरकार और प्रशासन का फेल्योर है. प्रशासन को देखना चाहिए था कि शोभा यात्रा किस रास्ते से निकल रही है, किस तरह का म्यूजिक बनाया जा रहा है। सिर्फ एक चौकी इंचार्ज को हटाने देने से सब खत्म नहीं होता है। इसके अलावा सपा नेता वीरेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि उपचुनाव प्रभावित करने के लिए बहराइच दंगा कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार इस घटना के माध्यम से आने वाले उपचुनाव में लाभ लेगी। बंटोगे तो कटोगे जैसे नारों को बुलंद करेगी। सपा नेता ने कहा कि बहराइच की घटना को लेकर बीजेपी भ्रमित करने की कोशिश करेगी।
अखिलेश ने सरकार पर साधा निशाना
उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान हुई साम्प्रदायिक झड़प और हिंसा पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "चुनाव का आना और साम्प्रदायिक माहौल का बिगड़ जाना, ये इत्तफ़ाक़ नहीं है। जनता सब समझ रही है। हार के डर से हिंसा का सहारा लेना किसकी पुरानी रणनीति है, सब जानते हैं।" उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार दिखावटी क़ानून-व्यवस्था पर ध्यान दे रही है और अगर सरकार सच में पुख़्ता इंतज़ाम करना चाहे तो स्थिति को संभाला जा सकता है।
चुनाव का आना और साम्प्रदायिक माहौल का बिगड़ जाना, ये इत्तफ़ाक़ नहीं है। जनता सब समझ रही है। हार के डर से हिंसा का सहारा लेना किसकी पुरानी रणनीति है, सब जानते हैं। ये उप चुनाव की दस्तक है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 14, 2024
दिखावटी क़ानून-व्यवस्था की जगह अगर सरकार सच में पुख़्ता इंतज़ाम करे तो सब सही हो जाएगा…
क्या है पूरा मामला
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान रविवार रात उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बवाल हुआ। गोंडा, बलरामपुर के बाद बहराइच जिले पथराव और आगजनी से सुलग उठे। बहराइच के महराजगंज कस्बे में गाने को लेकर हुए विवाद के बाद दूसरे समुदाय के युवकों ने पथराव किया। दुर्गा प्रतिमा खंडित होने पर लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। तनाव बढ़ने लगा। दूसरे समुदाय के लोग एक युवक रामगोपाल मिश्रा को घर के अंदर घसीट ले गए और गोली मार दी। उसे बचाने पहुंचा एक अन्य युवक राजन भी गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद लोग भड़क गए और जमकर बवाल हुआ। देर रात तक प्रदर्शन और जगह-जगह आगजनी होती रही। इस बीच पुलिस और प्रशासन बैकफुट पर नजर आया। यह बवाल सोमवार को भी जारी रहा।
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