फिल्म देखकर आया रेड मारने का आइडिया : गाड़ी चुराई, फर्जी आईकार्ड बनाए और इनकम टैक्स अधिकारी बनकर पहुंचे, फिर…

गाड़ी चुराई, फर्जी आईकार्ड बनाए और इनकम टैक्स अधिकारी बनकर पहुंचे, फिर…
UPT | फिल्म देखकर आया रेड मारने का आइडिया

Jun 15, 2024 16:35

फिल्म स्पेशल 26 देखकर कुछ लोगों को भी बुखार चढ़ा और वह आयकर विभाग के अधिकारी बनकर छापा मारने पहुंच गए। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।

Jun 15, 2024 16:35

Short Highlights
  • फिल्म देखकर आया रेड मारने का आइडिया
  • इनकम टैक्स अधिकारी बनकर पहुंचे
  • लेकिन तभी पहुंच गई असली पुलिस
Gorakhpur News : फिल्म स्पेशल 26 तो आपने जरूर देखी होगी। इसमें अक्षय कुमार और अनुपम खेर कुछ लोगों के साथ फर्जी सीबीआई अफसर बनकर रेड मारते हैं और इस तरह से जालसाजी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। इसी फिल्म को देखकर कुछ लोगों को भी बुखार चढ़ा और वह आयकर विभाग के अधिकारी बनकर छापा मारने पहुंच गए। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।

जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल कुसम्ही बाजार में भजनलाल का दो मंजिला मकान है। वह सिंघड़िया स्थित एक कंपनी में एजेंट हैं। कंपनी लोगों को काम करने के लिए विदेश भेजती है। भजनलाल के मकान में ऊपर सिपाही अनिल गुप्ता किराए पर रहते हैं। शुक्रवार को सुबह करीब 8 बजे चार लोग आयकर विभाग लिखी लग्जरी गाड़ी में भजनलाल के घर पहुंचते हैं। खुद को आयकर विभाग का अफसर बताकर वह घर की तलाशी लेने को कहते हैं।

तभी पहुंच गया किराए पर रहने वाला सिपाही
ये सारा माजरा चल ही रहा था कि तभी किराए पर रहने वाले सिपाही अनिल वहां पहुंच गए। अनिल पहले से लाइन हाजिर हैं। उन्हें थोड़ा शक हुआ, तो अनिल ने अधिकारी बनकर आए लोगों से पूछताछ की। सिपाही ने कहा कि पहले स्थानीय पुलिस को बुला रहे हैं, फिर जांच कीजिए। इस पर चारों फर्जी अधिकारियों ने कुछ ले-देकर मामला रफा-दफा करने का ऑफर दिया।
 
मौके पर पहुंच गई पुलिस
इस दौरान सिपाही ने जगदीशपुर पुलिस चौकी में फोन कर दिया और वहां से दरोगा प्रमोद कुमार मौके पर पहुंच गए। जालसाजों का एक साथी मौके से 92 हजार रुपये लेकर फरार हो गया, जबकि पुलिस ने बाकी तीनों को मौके से पकड़ लिया। पुलिस ने उनके पास से फर्जी आईकार्ड बरामद किए हैं। तीनों के पास आयकर विभाग के स्टीकर वाली लग्जरी गाड़ी बरामद की गई है, जिसे चोरी का बताया जा रहा है। पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि जालसाजों ने इसी तरह इसके पहले भी कई वारदातों को अंजाम दिया है।

असली अधिकारियों को देखकर सीखे हाव-भाव
आरोपियों की पहचान राजेश कुमार, उपेंद्र पांडेय और नवाजिश अली के रूप में हुई है। राजेश मूल रूप से गोरखपुर के महादेवा का रहने वाला है। इनमें से एक दिल्ली में आयकर विभाग की गाड़ी चलाता है। चारों ने उन्हीं अधिकारियों को देखकर उनके हाव-भाव और छापा मारने के तरीके सीखे थे। वहीं आपको बता दें कि भजनलाल पर भी थाने में विदेश भेजने के मामले में धोखाधड़ी और ठगी समेत कई मामले दर्ज हैं।

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