मृतका के पिता जगदीश सिंह सोमवंशी ने बताया कि उनकी बेटी भावना सिंह ने 23 मार्च को रात 8:15 बजे फांसी लगा ली थी। बेटी को फांसी के फंदे पर लटका देख परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने …
प्यार में धोखा : प्रेमी ने ब्लैकमेल कर घर के सारे गहने उड़ाए, युवती ने लगाई फांसी
![प्रेमी ने ब्लैकमेल कर घर के सारे गहने उड़ाए, युवती ने लगाई फांसी](https://static.uttarpradeshtimes.com/images/default-720x600.jpg)
Apr 03, 2024 12:33
Apr 03, 2024 12:33
- 23 मार्च को रात 8:15 बजे युवती ने फांसी लगा ली
- परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया
- पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया
Jhansi News : एक युवती ने अपने दोस्त द्वारा ब्लैकमेल किए जाने से क्षुब्ध होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक ने युवती को शादी का सपना दिखाकर उसके घर से जेवर ले लिए थे। जब युवती ने जेवर वापस मांगे तो वह उसे धमकाने लगा।
ये है पूरा मामला
मृतका के पिता जगदीश सिंह सोमवंशी ने बताया कि उनकी बेटी ने 23 मार्च को रात 8:15 बजे फांसी लगा ली थी। बेटी को फांसी के फंदे पर लटका देख परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। कुछ समय बाद परिजनों ने बेटी के सामान को देखा। अलमारी में रखे सोने के गहने और घर के सारे गहने गायब थे। मृतका के फोन को अनलॉक करवाया गया तो उसमें चंद्रमणि चतुर्वेदी नामक युवक के साथ चैट, कॉल रिकॉर्डिंग और कॉल डिटेल मिलीं।
पिता का आरोप
चंद्रमणि बेटी को ब्लैकमेल कर रहा था। उसने धमकाते हुए बेटी से गहने जब्त कर लिए थे। वह बेटी से लगातार रुपयों की भी मांग कर रहा था। शारीरिक और मानसिक रूप से भी बेटी को वह प्रताड़ित कर रहा था। इससे क्षुब्ध होकर बेटी ने फांसी लगाकर जान दे दी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी चंद्रमणि चतुर्वेदी के खिलाफ धारा 420, 406, 306 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
Also Read
![ग्वालियर-श्योपुरकलां नैरो गेज की जगह लेगी ब्रॉड गेज ग्वालियर-श्योपुरकलां नैरो गेज की जगह लेगी ब्रॉड गेज](https://image.uttarpradeshtimes.com/2024-07-27t130248514-69298.jpg)
27 Jul 2024 01:05 PM
1887 में ब्रिटिश शासन के दौरान सिंधिया रियासत के लिए बनाई गई 200 किमी लंबी यह रेल लाइन दुनिया की सबसे लंबी नैरो गेज लाइनों में से एक थी। पुरानी ट्रेन की गति मात्र 15 किमी/घंटा थी, जिससे 200 किमी की दूरी तय करने में 10 घंटे लगते थे... और पढ़ें