निवाड़ी निवासी अजय ने आत्महत्या से पहले भाई को फोन कर बताई आपबीती, दो दिन बाद मिला शव।
आखिरी फोन कॉल : 'ये मेरा आखिरी सलाम है', फिर नदी में डूबा युवक
Aug 27, 2024 01:43
Aug 27, 2024 01:43
ये है पूरा मामला
मृतक के छोटे भाई आशीष ने बताया कि अजय मजदूरी करता था और वह समूह की किस्त नहीं भर पा रहा था। 22 अगस्त की शाम को वह घर से साइकिल लेकर निकला और आखिरी बार फोन कर भाई को बताया कि वह बेतवा नदी में कूदने जा रहा है। इसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया।
साइकिल और कपड़े मिले थे
परिजनों ने अजय की तलाश शुरू की और बेतवा नदी के पुल पर पहुंचे जहां उसकी साइकिल और कपड़े मिले थे। दो दिन बाद रविवार को अजय का शव बड़ागांव के पास नदी से बरामद हुआ। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव का पोस्टमॉर्टम करवाया है।
अजय के पीछे छोड़े तीन बच्चे
अजय की मौत से उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। उसके तीन बच्चे 13 साल की कीर्ति, 11 साल की विनीता और 10 साल का सिद्धांत अब पिता के बिना रह गए हैं। उसकी पत्नी रानी और बुजुर्ग पिता खेती किसानी करते हैं।
समूह दबाव का बढ़ता असर
यह घटना एक बार फिर समूह दबाव के बढ़ते असर को उजागर करती है। कई बार आर्थिक तंगी के कारण लोग समूह की किस्त नहीं चुका पाते हैं और इस दबाव में आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं।
क्या कहती है पुलिस
बरुआसागर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। मृतक के परिवारवालों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
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