Kanpur News : बीजेपी ग्रामीण जिला महामंत्री और उनके बेटे पर FIR दर्ज, किसान की उपजाऊ पर था दो दशक से कब्जा

बीजेपी ग्रामीण जिला महामंत्री और उनके बेटे पर FIR दर्ज, किसान की उपजाऊ पर था दो दशक से कब्जा
UPT | साढ़ थाना

Oct 10, 2024 02:19

कानपुर में बीजेपी ग्रामीण जिला महामंत्री और उनके बेटे पर किसान ने मुकदमा दर्ज कराया है। किसान की जमीन पर दो दशक से कब्जा है। सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि जमीन की पैमाइश के बाद भी कब्जा नहीं छोड़ा गया।

Oct 10, 2024 02:19

Short Highlights
  • कानपुर में बीजेपी ग्रामीण जिला महामंत्री और उनके बेटे पर जमीन कब्ज़ाने का मुकदमा दर्ज
  • किसान की उपजाऊ जमीन पर दो दशक से कब्जा
  • राजस्व विभाग की पैमाइश के बाद भी नहीं छोड़ा था कब्जा
Kanpur News : यूपी के कानपुर में पुलिस और राजस्व विभाग की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। बीजेपी के ग्रामीण जिला महामंत्री धीरेंद्र सिंह और उनके बेटे अजयवीर सिंह ने दो दशक से एक किसान की जमीन पर कब्जा कर रखा था। राजस्व विभाग की पैमाइश के बाद भी जमीन कब्जा मुक्त नहीं करने पर बीजेपी पदाधिकारी और उनके बेटे पर साढ़ थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। बीते सोमवार को एसडीएम नरवल और एसीपी घाटमपुर ने गांव जाकर जांच पड़ताल की थी।

साढ़ थाना क्षेत्र स्थित बेहटा गंभीरपुर निवासी अमित कुमार पांडेय ने साढ़ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। उनकी पुश्तैनी जमीन गाटा संख्या 210 रकबा, 06430 हेक्टेयर गांव निवासी धीरेन्द्र सिंह जोत रहे थे। जांच के बाद राजस्व विभाग ने जमीन पैमाइश अमित के पक्ष में कर दी थी। इसके बाद भी उनकी जमीन पर कब्जा कर रखा है।

साढ़ थाना प्रभारी कुशलपाल सिंह ने बताया कि किसान अमित पांडेय ने धीरेंद्र सिंह और उनके बेटे अजयवीर के खिलाफ अवैध कब्जा करने का मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं धीरेन्द्र सिंह का कहना है कि हमारी पैतृक जमीन में विपक्षी ने चकबंदी के समय उड़ा चक बनवा लिया है। बदले में रकबा कहीं नहीं मिला है, जिसकी वजह से कब्जा कर रखा है। उन्होंने बिना जांच पड़ताल और पैमाइश का मुकदमा दर्ज बदनाम करने का आरोप लगाया है।

Also Read

हिंदू संगठनों और कब्जेदारों के बीच पथराव, तीन के खिलाफ मामला दर्ज...

5 Jan 2025 04:20 PM

कन्नौज मंदिर की जमीन पर मजार बनाने का आरोप : हिंदू संगठनों और कब्जेदारों के बीच पथराव, तीन के खिलाफ मामला दर्ज...

कन्नौज जिले के ठठिया थाना क्षेत्र के उमरन गांव में एक विवाद सामने आया है, जहां आरोप है कि लगभग साढ़े सात बीघा मंदिर की जमीन पर अवैध रूप से मजार का निर्माण किया गया है। और पढ़ें