कानपुर कमिश्नरेट की साइबर थाने की पुलिस टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है साइबर थाने की पुलिस ने शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर भारी मुनाफे का लालच देकर देश के कई राज्यों में साइबर ठगी करने वाले भाजपा नेता समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।आरोपियों ने बीते जून माह में रिटायर सैन्य अधिकारी से एक करोड़ से ज्यादा की ठगी की घटना को अंजाम दिया था।
रिटायर्ड आर्मी अफसर से ठगी : कानपुर पुलिस ने भाजपा नेता समेत चार आरोपियों को किया गिरफ्तार, ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
Oct 15, 2024 18:57
Oct 15, 2024 18:57
Kanpur News : कानपुर कमिश्नरेट की साइबर थाने की पुलिस टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है साइबर थाने की पुलिस ने शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर भारी मुनाफे का लालच देकर देश के कई राज्यों में साइबर ठगी करने वाले भाजपा नेता समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। शातिर फर्म के नाम से बैंक खाते खोलकर करोड़ों रुपये का लेन-देन करते थे। सोशल मीडिया प्लेटफार्म व्हाट्एसप, टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर फर्जी लाभ दिखाते थे। शातिरों ने अभी तक 20 करोड़ की ठगी की घटना को अंजाम दिया है। शातिरों के पास से मोबाइल, लैपटॉप, एटीएम स्वाइप मशीन सहित कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए।
डीसीपी क्राइम ने दी जानकारी
बता दें साइबर पुलिस टीम ने शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर भारी मुनाफे का लालच देकर देश के कई राज्यों में साइबर ठगी करने वाले भाजपा नेता समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। डीसीपी क्राइम ने बताया कि चाणक्यपुरी जेके रोड सीपेट कॉलेज भोपाल निवासी रोहित सोनी आठवीं फेल है और भोपाल में भाजपा का जिला अध्यक्ष ओबीसी के पद पर कार्यरत है।उसके अलावा गिरोह में 12वीं पास कस्बा होशंगाबाद निवासी अक्षय गुरु मधुबनी बिहार निवासी मनीष कुमार मंडल और पुलिस लाइन नेहरू नगर भोपाल निवासी मयंक मीणा को गिरफ्तार किया गया है।डीसीपी ने कहा कि मनीष मंडल एचडीएफसी बैंक के सेल्स डिपार्टमेंट में कार्यरत है।
यह सामान हुआ बरामद
साइबर ठगों के पास से 12 स्मार्ट मोबाइल फोन व 3 कीपैड मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक एप्पल कंपनी का मैकबुक, एक स्मार्ट वॉच, पांच सिम कार्ड, एक एटीएम स्वाइप मशीन, एक हार्ड डिस्क, एक राउटर, छह मुहर, पांच पैन कार्ड, चार क्यूआर कोड, एक भारती पासपोर्ट, एक आयुष्मान कार्ड, 16 एटीएम कार्ड, 33 चेकबुक, 11 बैंक चेक, विभिन्न फाइनेंशियल फर्म के दीगर प्रपत्र, 1 सफारी कार बरामद हुआ।
कैंट के रहने वाले पीड़ित ने दर्ज कराई थी एफआईआर
डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि रिटायर सैन्य अधिकारी कैंट निवासी विनोद कुमार को वाट्सएप के माध्यम से संपर्क कर एक वाट्सएप ग्रुप में जोड़कर शेयर मार्केट में निवेश कर भारी लाभ का लालच दिया गया। लाभ के संदेश देखने के बाद वह प्रभावित होकर उनके बताए टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ गया, जिसमें विनोद से समय-समय पर निवेश के नाम पर 1 करोड़ 78 लाख 85 हजार रुपये ले लिए गए। इसके बाद उनको ग्रुप से हटा दिया गया। पीड़ित को जब ठगी का अहसास हुआ तब उन्होंने 20 जून 2024 को साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।
ऐसे देते थे घटना को अंजाम
पकड़े गए ठगों के बारे में जानकारी देते हुए बताया साइबर ठग लोगों के मोबाइल नंबर को सोशल मीडिया से निकाल लेते और उन्हें अपने बनाए फर्जी वाट्सअप ट्रेडिंग ग्रुप में जोड़ते थे। जिसमें वे अपने ही ग्रुप के सक्रिय सदस्यों को जोड़ते थे। वाट्सअप ग्रुप के सदस्य ग्रुप में फर्जी प्रोफिट के मैसेज भेजा करते थे जिससे ग्रुप के अन्य सदस्य प्रभावित होकर इंवेस्टमेंट के लिए खुद ही ग्रुप में मैसेज डाल देते थे। शुरूआत में ग्रुप के कुछ सदस्यों को छोटी धनराशि प्रोफिट के नाम पर दे दी जाती थी जिससे उनका विश्वास जिता जा सके बाद में उन्हे एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया जाता था और भारी मुनाफे का लालच देकर करोड़ों की ठगी की घटना को अंजाम दिया जाता था। आरोपितों ने अब तक 20 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम देने की बात कबूली। बीते एक माह पहने पुलिस इसी गिरोह के एक सदस्य चन्द्रशेखर गुजारे को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी।
देश के अलग-अलग राज्यों से आई शिकायतें
देश के अलग- अलग राज्यों से कुल 238 शिकायत दर्ज हैं।इनके पास से मिले बैंक खाते में अब तक लगभग 15 करोड़ रूपये का ट्रांजक्शन किया जा चुका है, सभी संदिग्ध ट्राजक्शन की जाँच की जा रही है। सभी बैंक खातों को साइबर क्राइम टीम ने फ्रीज कराया गया है। जिनकी जांच अभी चल रही है।
8वीं फेल मास्टरमाइंड एमबीए पास के साथ मिलकर कर रहा ठगी
गिरफ्तार आरोपी रोहित सोनी इस पूरी साइबर ठगी का मास्टरमाइंड है। उससे पूछताछ की गई, तो रोहित ने बताया कि उसने इंटरनेट, यूट्यूब और अपने दोस्तों से साइबर ठगी का तरीका सीखा। उसने अपना खुद का बैंक खाता खुलवाया, लेकिन साइबर रिपोर्टिंग के कारण वह खाता फ्रीज हो गया। इसके बाद रोहित ने अपने तीन साथियों को बैंक खाते खोलने और खुलवाने का लालच दिया, उन्हें इस साइबर ठगी का तरीका सिखाया और हर बैंक खाते के लिए कमीशन देने का वादा किया। इसके बाद चारों आरोपी मिलकर इस प्रकार साइबर ठगी करने लगे।
विदेश से जुड़े साइबर ठगी के तार
आरोपी रोहित सोनी साइबर ठगी करने के बाद टेलीग्राम के माध्यम से संपर्क कर अर्मेनिया, चाइना व दुबई में बैठे साइबर अपराधियों को पूरा पैसा यूएसडीटी (क्रिप्टोकरेंसी) में भेजता था। बाद में वहां से अपना व खाताधारकों का कमीशन लेकर सभी को कमीशन बांट देता था।
ऐसे किया गया ट्रेस
आरोपी के खिलाफ शिकायतों की जांच में एमएचए कीभारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C)की साइबर फ्राड मिटिगेशन सेन्टर व एनसीआरबी पोर्टल की सहायता से आरोपियों को जल्द ट्रेस किया गया। आरोपी भारत के कई राज्यों आंध्रप्रदेश, बिहार, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा , केरल , कर्नाटका, मेघालय, राजस्थान, तेलंगाना, झारखंड, बेस्ट बंगाल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश से मेरठ, आगरा, लखनऊ, चंदौली, गौतमबुद्ध नगर, मऊ , मुजफ्फरनगर, उन्नाव और कानपुर में साइबर ठगी की घटना को अंजाम दे चुके हैं।
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