उत्तर प्रदेश के हरदोई में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। यहां के महिला अस्पताल में प्रसव पीड़ा पर पहुंची एक महिला को स्वास्थ्यकर्मियों ने खून की कमी बताकर ब्लड का इंतजाम करने को कहा और तब तक कोई इलाज न होने की बात कही। इसके बाद महिला की मौत हो गई।
हरदोई महिला अस्पताल का कारनामा : मौत के बाद गर्भवती को रेफर किया, खून की कमी बता नहीं किया इलाज
Sep 02, 2024 11:54
Sep 02, 2024 11:54
- प्रसव पीड़ा के दौरान गर्भवती को कराया था महिला अस्पताल में भर्ती
- अस्पताल स्टाफ की लापरवाही से गर्भवती की मौत का आरोप
- रेफर के बाद निजी अस्पताल ने किया मृत घोषित
अस्पताल की लापरवाही से गर्भवती की मौत
24 घंटे तक पीड़ित ब्लड का इंतजाम में लगा रहा, फिर जब ब्लड लेकर उसका पति अस्पताल पहुंचा, तो आरोप है कि स्वास्थ्य कर्मी ने उसकी पत्नी को एक इंजेक्शन लगाया। इसके बाद उसकी पत्नी की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। इसके बाद डॉक्टर ने मरीज की हालत को गंभीर बताते हुए लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। पीड़ित परिवार अस्पताल से मरीज को निकाल कर प्राइवेट अस्पताल पहुंचा पता चला महिला की पहले ही मौत हो चुकी है।
प्रसव पीड़ा के दौरान कराया था भर्ती
जानकारी के अनुसार सुरसा क्षेत्र के घुराई पुरवा निवासी देवेश कुमार ने बताया कि उसने अपनी पत्नी पिंकी को प्रसव पीड़ा होने के बाद शनिवार को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। देवेश के मुताबिक अस्पताल के डॉक्टर ने खून की कमी बताई और कहा कि खून लेकर आओ तो इलाज शुरू करेंगे।
रेफर के बाद निजी अस्पताल ने किया मृत घोषित
देवेश ने बताया कि उसने आज खून का भी इंतजाम कर दिया लेकिन उसकी पत्नी पिंकी को खून नहीं चढ़ाया गया और एक इंजेक्शन लगाने के बाद उसकी हालत गम्भीर बताते हुए उसे लखनऊ रेफर कर दिया। इसके बाद वह पत्नी पिंकी को लेकर एक निजी अस्पताल गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
Also Read
15 Jan 2025 03:56 PM
लखनऊ मंडल में कुल 12,000 शिक्षामित्र तैनात हैं। लेकिन, इनमें से 270 शिक्षामित्र महीनों से अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे हैं। प्रधानाध्यापकों का आरोप है कि ये शिक्षामित्र अन्य कार्यों में संलग्न हैं। उनकी प्राथमिकता यह है कि किसी तरह नौकरी बनी रहे ताकि भविष्य में सरकार की ... और पढ़ें