कुकरैल नदी के पहले सर्वेक्षण के आधार पर ही अकबरनगर में बुलडोजर एक्शन लिया गया था। इसके बाद अवैध निर्माण ढहाते हुए अकबरनगर का पूरा इलाका साफ कर दिया गया। अब रहीमनगर, खुर्रमनगर, पंतनगर, इंद्रप्रस्थनगर और अबरारनगर के दो हजार से ज्यादा घरों को अवैध बताते हुए इनके बाहर लाल निशान लगाए गए हैं। इसके बाद लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
Lucknow News : सिंचाई विभाग का कुकरैल जंगल तक सर्वेक्षण पूरा, पंतनगर में बच्चे मां-बाप के साथ सरकार से कर रहे सवाल
Jul 15, 2024 20:30
Jul 15, 2024 20:30
सैटेलाइट से मिलान
सिंचाई महकमे की टीम ने कुकरैल जंगल तक का सर्वेक्षण का काम किया। सैटेलाइट से जियो क्वार्डिनेट के आधार पर मिलान भी किया गया। बताया जा रहा है कि यह काम रिमोट सेंसिंग की मदद से किया गया। अब इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। रिपोर्ट के आधार पर नदी के मार्ग में आने वाले सभी अवरोधों को हटाया का काम किया जाएगा।
सर्वेक्षण के आधार पर अकबरनगर पर चल चुका है बुलडोजर
कुकरैल नदी के पहले सर्वेक्षण के आधार पर ही अकबरनगर में बुलडोजर एक्शन लिया गया था। इसके बाद अवैध निर्माण ढहाते हुए अकबरनगर का पूरा इलाका साफ कर दिया गया। अब रहीमनगर, खुर्रमनगर, पंतनगर, इंद्रप्रस्थनगर और अबरारनगर के दो हजार से ज्यादा घरों को अवैध बताते हुए इनके बाहर लाल निशान लगाए गए हैं। इसके बाद लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। पंतनगर में तकरीबन 800 घरों पर प्रशासन बुलडोजर चलाने की तैयारी है। इसके विरोध में सोमवार को स्थानीय लोगों ने गांधीगीरी अपनाते हुए अपने मकान को बचाने के लिए प्रदर्शन किया। लखनऊ के पंतनगर फेज 2 में रहने वाली महिलाओं ने महात्मा गांधी के तीन बंदर के तर्ज पर शांति प्रदर्शन कर बुलडोजर कार्रवाई का विरोध किया।
अस्ति गांव तक किया जाएगा सर्वेक्षण
इस बीच अधिकारियों के मुताबिक अब कुकरैल वन क्षेत्र तक सर्वेक्षण पूरा हो गया है। सिंचाई विभाग के अफसरों के मुताबिक इस संबंध में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (National Green Tribunal) ने नदी और डूब क्षेत्र का चिह्नांकन का निर्देश दिया है। सर्वे में यह शामिल नहीं है कि नदी के मार्ग में क्या आ रहा है। सर्वे का मकसद प्राचीन नदी के उद्गम स्थल से गोमती नदी तक के रास्ते का सटीक चिह्नांकन करना है। इसमें नदी का मूल बहाव वाला क्षेत्र और पचास मीटर डूब क्षेत्र शामिल है। अब आगे अस्ति गांव तक का सर्वेक्षण किया जाएगा।
कुकरैल नदी का जलस्तर बढ़ाने के लिए उठाए जाएंगे कदम
कुकरैल नदी बख्शी का तालाब के अस्ति गांव से निकलती है। ये प्रोजेक्ट शासन की प्राथमिकता में शामिल है। इसलिए शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन से अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राकेश सिंह, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को सर्वेक्षण काम में लगाया गया है। सिंचाई विभाग सर्वे के बाद अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपेगा। बताया जा रहा है कि कुकरैल में शारदा सहायक नहर का पानी छोड़ा जाएगा, जिससे नदी को पुराने स्वरूप में लाया जा सके। वर्तमान में कुकरैल नदी नाले में तब्दील हो चुकी है। इसमें हर तरफ गंदगी का अंबार है। अब बीकेटी की झील सौतल समेत आसपास के अन्य तालाबों से इसे जोड़ा जाएगा।
बापू के तीन बंदरों की तर्ज पर प्रदर्शन
इस बीच पंतनगर के निवासी अपने मकानों को अवैध बताए जाने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने अपने घरों के बाहर रजिस्ट्री के पेपर चिपका दिए हैं। इसके साथ ही दाखिल खारिज, बिजली का बिल, हाउस टैक्स आदि का हवाला देकर ये लोग प्रशासन की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। सोमवार को यहां की महिलाओं ने महात्मा गांधी के तीन बंदरों की तर्ज पर मुंह, कान, आंख पर हाथ रख प्रदर्शन किया। इन लोगों ने कोर्ट में जाने की बात कही है। पंत नगर में लखनऊ विकास प्राधिकरण और सिंचाई विभाग ने लगभग एक हजार मकानों पर लाल निशान लगाया है।
मां-बाप के साथ बच्चे कर रहे प्रदर्शन
इसके बाद से ही यहां विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। इन लोगों का कहना है कि बस्ती अवैध है तो हम भी अवैध हैं। हमारे आधार कार्ड, वोटर आईडी अवैध हैं। हमने जिन विधायक, सांसद, पार्षद, मेयर को वोट दिया है, उनका निर्वाचन अवैध है। सोमवार को इस क्षेत्र के बच्चे एक बार फिर प्रदर्शन में शामिल हुए। ये बच्चे स्कूल से लौटने के बाद अपने मां बाप के साथ प्रदर्शन में बैठे और कहा कि सरकार को हमारी बात सुननी चाहिए। हम नहीं चाहते हैं हमारा घर टूटे। हम इसे टूटने नहीं देंगे। बच्चों ने बताया कि उनके घरों के बाहर मकान के पेपर की कॉपी चिपकाई गई है। उनका घर अवैध नहीं है।
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