बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों से आहत होकर फतेहुद्दीन ने इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म को अपनाया और अपना नाम फतेह बहादुर सिंह रख लिया...
फतेहुद्दीन से फतेह बहादुर की मिस्ट्री में फंसे एसपी : आइपीएस चक्रेश मिश्रा पर धर्मांतरण की साजिश का आरोप, सीतापुर 'घर वापसी' की कहानी में यू-टर्न
Dec 21, 2024 16:01
Dec 21, 2024 16:01
जानें पूरा मामला
दरअसल, 16 दिसंबर को फतेहुद्दीन एसपी चक्रेश मिश्रा से मिलने उनके कार्यालय पहुंचा था। यह मुलाकात एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के जरिए सिफारिश किए जाने पर हुई थी। बातचीत के दौरान फतेहुद्दीन ने रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र में हुए गौकसी के मामले पर पैरवी करने की कोशिश की और खुद को गौ रक्षा समिति से जुड़ा हुआ बताया। इसी बातचीत के दौरान सनातन धर्म अपनाने को लेकर दोनों के बीच चर्चा हुई। फतेहुद्दीन ने अपने पूर्वजों को ठाकुर बताया और खुद को गौ सेवक बताया।
डीएम कार्यालय में सौंपा शपथ पत्र
सूत्रों के अनुसार, फतेहुद्दीन ने स्वेच्छा से सनातन धर्म अपनाने की बात कही। इसके बाद हिंदू संगठनों के लोग भी उसकी मदद के लिए आ गए। फतेहुद्दीन, जो अब फतेह बहादुर सिंह बन चुका था, हिंदू संगठनों के साथ मंदिर में गया और वहां स्वेच्छा से सनातन धर्म अपनाया। इसके बाद उसने एक शपथ पत्र भी डीएम कार्यालय में सौंपा। हालांकि, सनातन धर्म अपनाने के बाद उसे लगा कि वह मुसीबत में फंस सकता है, इसलिए उसने अपने बचाव में एक वीडियो वायरल किया।
एसपी ने आरोपों को बताया निराधार
फतेहुद्दीन द्वारा पुलिस पर आरोप लगाए जाने के बाद एसपी चक्रेश मिश्रा ने इन आरोपों को निराधार बताया। उनका कहना था कि फतेहुद्दीन ने अपनी इच्छा से धर्म परिवर्तन किया है और इस बारे में उसने डीएम कार्यालय में शपथ पत्र भी दिया था। एसपी ने कहा कि यह कोई जबरन धर्म परिवर्तन नहीं था, बल्कि यह एक स्वैच्छिक कदम था।
आजाद अधिकार सेना ने की एफआईआर की मांग
इस विवाद के बाद आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने एसपी चक्रेश मिश्रा के खिलाफ एफआईआर की मांग की है। उन्होंने डीजीपी को एक शिकायत भेजी, जिसमें कहा कि फतेहुद्दीन ने आरोप लगाया कि एसपी ने उसे अवैध असलहे में जेल भेजने की धमकी दी और उसके भाई पर रासुका लगाने का दबाव बनाया ताकि वह धर्म परिवर्तन कर ले। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यह गंभीर आरोप हैं और बिना एफआईआर के इनका सत्यापन नहीं हो सकता।
एसपी चक्रेश मिश्रा पर आरोप
अमिताभ ठाकुर ने आरोप लगाया कि फतेहुद्दीन के अनुसार, एसपी चक्रेश मिश्रा ने राष्ट्रीय हिंदू शेर सेना के अध्यक्ष विकास हिंदू को बुलाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया। सीतापुर पुलिस ने इस पूरे मामले को गलत बताते हुए एक प्रेस नोट जारी किया, जिसमें फतेहुद्दीन को अपराधी करार दिया गया। अमिताभ ठाकुर ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर सीबीसीआईडी से जांच कराने की मांग की है।
पहले से कई आरोप दर्ज
गौरतलब है कि फतेहुद्दीन के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। 2016 में लखनऊ के हसनगंज थाने में जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज हुआ था। 2017 और 2019 में भी हसनगंज और मडियाहू थाने में ऐसे ही धमकी देने के मामलों में मुकदमे दर्ज हुए। 2020 में सीतापुर के अटरिया थाने में गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज हुआ था। इसके अलावा 2021, 2022 और 2023 में भी फतेहुद्दीन के खिलाफ विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज हुए हैं।
यूपी में धर्म परिवर्तन को लेकर सख्त कानून
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने धर्म परिवर्तन को लेकर सख्त कानून बनाए हैं। 2021 में उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म समपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम पारित किया गया, जिसे 2024 में और अधिक कठोर किया गया है। इसके तहत अगर किसी व्यक्ति को किसी प्रकार का डर दिखाकर धर्म परिवर्तन कराया जाए तो उसे कम से कम 20 साल की सजा हो सकती है। अमिताभ ठाकुर का कहना है कि फतेहुद्दीन द्वारा लगाए गए आरोप इस अधिनियम की धारा 5 के तहत आते हैं और इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज कर जांच की जानी चाहिए।
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