योगी सरकार 28 जून को 'द बोधि यात्रा 2024' नाम के कार्यक्रम का नई दिल्ली में आयोजन करने जा रही है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के बौद्ध विरासत स्थलों के माध्यम से भगवान बुद्ध की असाधारण जीवन यात्रा के संस्मरणों को प्रदर्शित करना है। इस कार्यक्रम को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ निर्देश अनुसार उ.प्र पर्यटन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
द बोधि यात्रा 2024 : भगवान बुद्ध की असाधारण जीवन यात्रा के संस्मरणों को प्रदर्शित करेगी योगी सरकार
Jun 19, 2024 03:27
Jun 19, 2024 03:27
- पर्यटन को बढ़ाने के लिए 28 जून से 'द बोधि यात्रा 2024' का नई दिल्ली में आयोजन
- कार्यक्रम में देश-विदेश से अतिथियों की भागीदारी होगी
- यूपी की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को वैश्विक मंच पर मिलेगी नई पहचान
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम 'द बोधि यात्रा' का आयोजन नई दिल्ली के एक 5 सितारा होटल में होगा। इस कार्यक्रम में देश-विदेश से अतिथियों की भागीदारी की उम्मीद है, और उनके सम्मान में एक डिनर भी आयोजित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, इंटरैक्टिव और कल्चरल सेशन्स भी आयोजित किए जाएंगे ताकि अतिथियों को यात्रा का पूरा आनंद मिल सके। कार्यक्रम में अधिकतम 400 विजिटर्स की भागीदारी की उम्मीद है। इस संदर्भ में, उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग भी कार्यक्रम की अच्छी तैयारियों में जुटा है।
आरएफपी माध्यम से मांगे गए आवेदन
कार्यक्रम के उचित संचालन व अन्य संबंधित प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए उ.प्र पर्यटन विभाग द्वारा रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) माध्यम के जरिए इवेंट मैनेजमेंट एजेंसियों से आवेदन मांगे गए हैं। ई-निविदा के माध्यम से कार्यावंटन प्राप्त करने वाली एजेंसी को कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश में बौद्ध सर्किट स्थलों की विस्तृत प्रदर्शनी को सुनिश्चित करना होगा। इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम में सांस्कृतिक संध्या मंच की स्थापना, ब्रांडिंग और सजावट, फूलों से सजावट, आयोजन स्थल की ब्रांडिंग, स्मारिका किट की आपूर्ति और वितरण का कार्य करना होगा।
इवेंट मैनेजमेंट एजेंसियों की भूमिका
इवेंट मैनेजमेंट एजेंसियाएं विभिन्न प्रकार के समारोहों और कार्यक्रमों का संचालन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होंगी, इन एजेंसियों की प्रमुख जिम्मेदारियों में से पहली है कल्चरल सेशन का समन्वय करना, जिसमें कलाकारों, एंकरों, और दर्शकों के लिए स्थान व्यवस्थित करना, तकनीकी सहायता उपलब्ध करना, और संबंधित स्टाफ की व्यवस्था करना शामिल होता है। दूसरी जिम्मेदारी है तकनीकी सेटअप का प्रबंधन, जिसमें लाइटिंग, साउंड, एलईडी और वीडियो आपूर्तियों की सुनिश्चितता का ध्यान रखना होता है, साथ ही ऑडियो सेटअप का भी सम्मान रखना होता है। अंत में, यहां तक कि कार्यक्रम समन्वय की भी जिम्मेदारी होती है, जिसमें विभागीय अधिकारियों के साथ समन्वय करना, पूरे कार्यक्रम की समय सारणी तैयार करना, और सुनिश्चित करना कि सभी गतिविधियां संचालित हों। इन सभी कार्यों का सही रूप से निर्वाहन करने से, इवेंट मैनेजमेंट एजेंसियाएं सुनिश्चित करती हैं कि हर इवेंट या समारोह विशेष और सफल हो।
आर्थिक और सांस्कृतिक लाभ
योगी सरकार की इस पहल का उद्देश्य न केवल उत्तर प्रदेश के बौद्ध तीर्थ स्थलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करना है। इस कार्यक्रम से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे प्रदेश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उत्तर प्रदेश एक प्रमुख बौद्ध पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा, जिससे प्रदेश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को वैश्विक मंच पर नई पहचान मिलेगी।
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