बदलता उत्तर प्रदेश : मेरठ मेडिकल कालेज के चिकित्सकों ने इनवेसिव स्पाइन सर्जरी कर 18 साल के युवक को कमर दर्द से दिलाई निजात

मेरठ मेडिकल कालेज के चिकित्सकों ने इनवेसिव स्पाइन सर्जरी कर 18 साल के युवक को कमर दर्द से दिलाई निजात
UPT | इनवेसिव स्पाइन सर्जरी करने वाली मेरठ मेडिकल कालेज के चिकित्सकों की टीम।

Jan 09, 2025 20:36

इंटरलैमिनर एंडोस्कोपिक डिस्केक्टॉमी एक इनवेसिव सर्जरी है। जिसका इस्तेमाल हर्नियेटेड डिस्क के कारण तंत्रिकाओं पर होने वाले दबाव को कम करने के लिए किया जाता है।

Jan 09, 2025 20:36

Short Highlights
  • मेरठ मेडिकल कालेज के चिकित्सकों ने हासिल की उपलब्धि
  • इनवेसिव स्पाइन सर्जरी यूपी में सिर्फ मेडिेकल कालेज मेरठ में
  • सर्जरी के बाद युवक को कमर दर्द से मिली राहत 
Meerut LLRM News : मेरठ के लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज में मिनिमल इनवेसिव इंटर लैमिनार एंडोस्कोपिक डिसेक्टोमी विधि द्वारा सर्जरी करके 18 साल के युवक को कमर दर्द से निजात दिलाई है। मेडिकल कॉलेज मेरठ में मरीज नाम पवन उम्र 18 वर्ष (नाम बदला हुआ) जो पिछले दो वर्षों से अपने कमर दर्द से बहुत परेशान था। मरीज पवन ने अपने कमर दर्द इलाज हेतु कई जगह चिकित्सकों से संपर्क किया, लेकिन पवन को इलाज में लाभ नहीं मिला।

कमर दर्द में राहत नहीं मिलने पर कांशीराम अस्पताल में भी भर्ती हुआ
कमर दर्द में राहत नहीं मिलने पर पवन नोएडा के कांशीराम अस्पताल में भी भर्ती हुआ। जहां उसकी MRI की जांच के बाद पता चला कि कमर की हड्डी की डिस्क L4 और L5 फूल गई है। उसे काशीराम अस्पताल के चिकित्सकों ने सर्जरी की सलाह दी। इसके बाद मरीज पवन लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज मेरठ के अस्थि रोग विभाग में विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श किया। मेडिकल चिकित्सकों ने उसको इलाज के लिए भर्ती कर लिया। 

मिनिमल इनवेसिव इंटर लैमिनार एंडोस्कोपिक डिसेक्टोमी विधि से पवन की सर्जरी की
मेरठ मेडिकल कॉलेज के अस्थि रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ज्ञानेश्वर टाँक के पर्यवेक्षण में सर्जन चिकित्सकों की टीम ने विचार विमर्श करने के बाद मरीज की शल्य क्रिया दूरबीन विधि के द्वारा करने का निर्णय लिया। इसके बाद डॉ. सुमित अग्रवाल ने मिनिमल इनवेसिव इंटर लैमिनार एंडोस्कोपिक डिसेक्टोमी विधि से पवन की सर्जरी की। जो कि सफलतापूर्वक संपन्न हुई। सर्जरी के बाद मरीज पवन को कमर दर्द में तुरंत लाभ मिला।

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दैनिक क्रियाओं के लिए भी दूसरे लोगो पर निर्भर हो गया था
मरीज पवन ने बताया कि वो कमर दर्द की असहनीय पीडा से बहुत परेशान था। दिन भर दर्द से परेशान रहता था। वो एक स्थिति में लेट भी नहीं पाता था। इसके अलावा वो दैनिक क्रियाओं के लिए भी दूसरे लोगो पर निर्भर हो गया था। सर्जरी के पश्चात् उसको बहुत आराम है। अब वो आराम से बैठ सकता है, खाना खा सकता है एवं अपनी दैनिक क्रियाएं स्वयं कर सकता है। 

मरीज पवन ने बताया सर्जरी के बाद उनकी कमर दर्द की समस्या खत्म
मरीज पवन ने बताया सर्जरी के बाद उनकी कमर दर्द की समस्या खत्म हो गई हैं। इस शल्य क्रिया को सफलतापूर्वक डॉ सुमित अग्रवाल (सहायक आचार्य) एवं उनकी टीम जिसमे डॉ. पंकज वर्मा (सहायक आचार्य),डॉ. योगेश माणिक (सहायक आचार्य, एनेस्थीसिया विभाग) एवं वरिष्ठ सिस्टर (OT) ललिता द्वारा संपन्न किया गया। प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने अस्थि रोग विभाग, शल्य क्रिया में शामिल डॉक्टर एवं उनकी टीम को शुभकामनाएँ दी। साथ ही साथ इस तरह की सफल शल्य क्रिया भविष्य में करने हेतु प्रोत्साहित किया।

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जानिए क्या है इंटरलैमिनर एंडोस्कोपिक डिस्केक्टॉमी सर्जरी
इंटरलैमिनर एंडोस्कोपिक डिस्केक्टॉमी एक इनवेसिव सर्जरी है। जिसका इस्तेमाल हर्नियेटेड डिस्क के कारण तंत्रिकाओं पर होने वाले दबाव को कम करने के लिए किया जाता है। ये सर्जरी पीठ के निचले हिस्से में एक छोटे से चीरे के ज़रिए की जाती है। इस सर्जरी में एक छोटी ट्यूब के ज़रिए सर्जन एंडोस्कोप डालते हैं और डिस्क को हटाता है या तंत्रिकाओं को दबाव से मुक्त करता हैं। इसके बाद मरीज को कमर दर्द से मुक्ति मिलती है।  
 

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