Ghaziabad News : 38 सप्ताह की कठोर ट्रेनिंग में तपकर निकले 30 सीबीआई उप-निरीक्षक, 27 वें बैच का अलंकरण समारोह आयोजित

38 सप्ताह की कठोर ट्रेनिंग में तपकर निकले 30 सीबीआई उप-निरीक्षक, 27 वें बैच का अलंकरण समारोह आयोजित
UPT | केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के 30 उप-निरीक्षकों के 27 वें बैच का अलंकरण समारोह

Feb 29, 2024 17:25

उन्होंने ज़ोर दिया कि शिक्षण एवं  प्रशिक्षण के दौरान अर्जित ज्ञान व सीख तब काम आएगी जब अधिकारी कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात अपनी सीखने की प्रक्रिया का वास्तविक हिस्सा शुरू करेंगे। इस धारणा के विपरीत कि प्रशिक्षण पूरा होने के साथ सीखना समाप्त हो जाता…

Feb 29, 2024 17:25

Short Highlights
  • प्रवीण सूद, निदेशक सीबीआई ने युवा अधिकारियों से किया आह्वान 
  • सीबीआई निदेशक ने प्रशिक्षुओं को पदक एवं ट्राफियां प्रदान कीं
  • विक्की राज "साइबर अपराध जांच  ट्रॉफी" से सम्मानित
Ghaziabad News : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के 30 उप-निरीक्षकों के (27 वें बैच) का अलंकरण समारोह 29 फरवरी, 2024 सीबीआई अकादमी, गाजियाबाद में आयोजित हुआ। प्रवीण सूद, निदेशक सीबीआई अलंकरण समारोह के मुख्य अतिथि रहे।

अधिकांश अधिकारी तकनीकी पृष्ठभूमि से
इस अवसर पर सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद ने युवा अधिकारियों एवं उनके परिवारों को सीबीआई अकादमी द्वारा प्रस्तावित बहुमुखी प्रशिक्षण के सफल समापन पर बधाई दी। उन्होंने युवा अधिकारियों को उत्कृष्ट प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु सीबीआई अकादमी के अधिकारियों व कर्मचारियों की सराहना की। सूद ने पूर्ण विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो के सदस्य के रूप में अधिकारी प्रशिक्षण के दौरान सीखे गए अपने कौशल का सीबीआई के उच्च मानकों के अनुरूप पूर्ण उपयोग करेंगे। यह देखते हुए कि अधिकांश अधिकारी तकनीकी पृष्ठभूमि से हैं, उन्होंने ज़ोर दिया कि शिक्षण एवं  प्रशिक्षण के दौरान अर्जित ज्ञान व सीख तब काम आएगी जब अधिकारी कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात अपनी सीखने की प्रक्रिया का वास्तविक हिस्सा शुरू करेंगे। इस धारणा के विपरीत कि प्रशिक्षण पूरा होने के साथ सीखना समाप्त हो जाता है। सूद ने इस बात पर जोर दिया कि वास्तविक सीखने की प्रक्रिया वास्तव में अब शुरू होती है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि इसके बाद हर दिन एवं  हर अनुभव अधिकारियों को अधिक जानकार व  सशक्त बनाएगा।

लीक से हटकर सोच अपनाकर काम करने का प्रयास 
सूद ने यह भी बताया कि युवा अधिकारियों को लीक से हटकर सोच अपनाकर अपना काम करने का प्रयास करना चाहिए। अपने कार्यों को अलग तरीके से करके बेहतर परिणाम प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए। नीरस कार्य समाप्त की जगह स्मार्ट कार्य से बेहतर परिणाम मिलेंगे। निदेशक, सीबीआई ने युवा अधिकारियों को आश्वासन दिया कि सीबीआई में उन्हें एक ऐसा कार्यस्थल मिलेगा जो बेहद सहायक है क्योंकि वहां अच्छी तरह से निर्धारित प्रक्रियाएं, मार्गदर्शन हेतु  पर्यवेक्षी अधिकारियों उपलब्धत हैं। उन्होंने बताया कि अधिकारी अपने पूरे करियर के दौरान सीबीआई के आदर्श वाक्य, " उद्यमिता,निष्पक्षता एवं सत्यनिष्ठा" को प्रेरणा तथा मार्गदर्शन के सच्चे स्रोत के रूप में देख सकते हैं।

सीबीआई डोमेन विशेषज्ञता प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है
प्रवीण सूद ने कहा कि सीबीआई, भ्रष्टाचार निवारण, साइबर अपराध, आर्थिक अपराध, विशेष अपराध आदि सहित जांच के विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट डोमेन विशेषज्ञता (Specific Domain Expertise) प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने पासिंग आउट अधिकारियों को इस तरीके से कार्य करने की सलाह दी कि वे अगले 4-5 वर्षों के अनुभव में अपनी  पसंद की विशेषज्ञता से सुसज्जित हों।
अलंकरण समारोह के दौरान, सीबीआई निदेशक, प्रवीण सूद ने प्रशिक्षुओं को पदक एवं  ट्राफियां प्रदान कीं। जुमरानी प्रिंस ओमप्रकाश को "सर्वश्रेष्ठ ऑल-राउंड एसआई प्रशिक्षु हेतु डीपी कोहली पुरस्कार" से सम्मानित किया गया। विक्की राज को "इनडोर स्टडीज हेतु  डीसीबीआई ट्रॉफी"  एवं  "साइबर अपराध जांच  ट्रॉफी" से सम्मानित किया गया। सुधांशु को "सर्वश्रेष्ठ आउटडोर हेतु जॉन लोबो ट्रॉफी" के लिए चयनित किया गया और अंकित तंवर को "समर्पण व अनुकरणीय आचरण हेतु “सीबीआई अकादमी ट्रॉफी" प्राप्त हुई। 

38 सप्ताह के कठोर मेहनत और परिश्रमी प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा
युवा सीबीआई अधिकारियों को 38 सप्ताह के कठोर, परिश्रमी एवं मेहनती प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा। जो एसएससी(संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा)के माध्यम से चयनित होने के पश्चात अपने प्रशिक्षण हेतु 5 जून, 2023 को सीबीआई अकादमी, गाजियाबाद से जुड़े थे। इस दौरान कैडेटों को विधि एवं जांच कौशल, भ्रष्टाचार निवारण मामलों की जांच, विभिन्न प्रकार के पारंपरिक अपराधों, खुफिया जानकारी एकत्र करना, आर्थिक अपराध, साइबर अपराध मामले, बैंक धोखाधड़ी मामले, मोबाइल फोरेंसिक, फोरेंसिक चिकित्सा शास्त्र, फोरेंसिक विज्ञान आदि में प्रशिक्षित किया गया। पाठ्यक्रम का उद्देश्य प्रशिक्षुओं में पेशेवर ईमानदारी  एवं  सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों, मानवाधिकारों के प्रति सम्मान एवं  अनुशासन की भावना को विकसित करना भी है। सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी संपत मीना अपर निदेशक, मनोज शशिधर, अपर निदेशक; डॉ. पद्मिनी सिंह, अभियोजन निदेशक सहित अन्य विभागों व स्थानीय प्रशासन के अधिकारी समारोह में उपस्थित रहे।

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