जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (Jewar International Airport) के आसपास तेजी से विकास योजनाएं आ रही हैं। इस पूरे इलाके में जमीन की क़ीमतें तेज़ी से बढ़ रही हैं...
जेवर एयरपोर्ट के पास घर बनाना और महंगा : यमुना अथॉरिटी ने आवासीय भूखंडों की आवंटन दरें बढ़ाईं, जानिए नए रेट
Mar 13, 2024 09:19
Mar 13, 2024 09:19
सभी श्रेणी की जमीन महंगी हुई
सीईओ ने बताया कि इस प्रस्ताव के तहत अथॉरिटी ने आवासीय, वाणिज्यिक, ग्रुप हाउसिंग, संस्थागत, सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर, कॉर्पोरेट ऑफिस, आईटी-आईटीएस, औद्योगिक, वेयरहाउसिंग, लॉजिस्टिक पार्क, रिक्रिएशनल ग्रीन, ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर और मिक्स लैंड यूज वाली जमीनों की आवंटन दरें बढ़ाई हैं। प्राधिकरण की ओर से बताया गया है कि आवंटन दरों में 5.14 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की गई है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान 'कोस्ट इंफ्लेशन इंडेक्स' में इतनी ही वृद्धि दर्ज की गई है। एक अप्रैल 2024 से यह नई दरें लागू होंगी।
अब यह रहेंगी आवासीय दरें
जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के आस पास यमुना प्राधिकरण के दायरे में बसने का सपना संजो रहे लोगों के लिए जरूरी खबर है। यमुना प्राधिकरण ने अपनी आवंटन दरों में इज़ाफ़ा कर दिया है। प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि आवासीय भूखंडों की आवंटन दरें 24,600 रुपये थी। इन्हें बढ़ाकर 25,900 रुपये कर दिया गया है। ग्रुप हाउसिंग के भूखंडों की आवंटन दरें भी बढ़ाई गई हैं। अभी तक बिल्डरों को जमीन लेने के लिए 30,750 रुपये से आगे बोली लगानी पड़ रही थी। अब न्यूनतम बोली दर 32,375 रुपये कर दी गई है।
शिक्षण संस्थनों की जमीन भी महंगी
इसी तरह संस्थागत भूखंडों की आवंटन दरें बढ़ाई गई हैं। अब यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी खोलना और महंगा हो जाएगा। अब सीनियर सेकेंडरी स्कूल, इंटर कॉलेज, डिग्री कॉलेज, डिप्लोमा कोर्स वाले इंस्टीट्यूट, इंजीनियरिंग, कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज, यूनिवर्सिटी, नर्सरी स्कूल, स्पोर्ट्स एकेडमी या स्पोर्ट्स कॉलेज खोलने के लिए महंगी जमीन खरीदनी पड़ेगी। यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि 4000 वर्ग मीटर तक के भूखण्डों की आवंटन दर 14,280 रुपये प्रति वर्ग मीटर थी। अब यह दर बढ़ाकर 15,020 रुपये वर्ग मीटर कर दी गई है। 4000-8000 वर्ग मीटर वाले भूखंडों की आवंटन दर 12890 रुपये थी, जो अब बढ़कर 13,560 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई है। 8000-20 हज़ार वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाले भूखंडों की आवंटन दर 11510 रुपये से बढ़ाकर 12,110 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दी गई है। 20-40 हज़ार वर्ग मीटर तक के भूखंडों की आवंटन दर 10100 रुपये से बढ़कर 10,630 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई है। इसी तरह 40-80 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाले भूखंड की आवंटन दर 8740 रुपये से बढ़ाकर 9200 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दी गई है। 80 हज़ार वर्ग मीटर से बड़े भूखंडों की आवंटन दरों में भी इज़ाफ़ा किया गया है। यह बड़े भूखंड अभी 7530 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से आवंटित किए जा रहे थे। अब 7930 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर सेआवंटित किए जाएंगे।
बोर्ड बैठक में 100 अरब रुपये का बजट पास
आपको बता दें कि मंगलवार को यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी की बोर्ड बैठक में 100 अरब रुपये का बजट पास किया गया है। यह यमुना अथॉरिटी के इतिहास का सबसे बड़ा बजट है। जिसमें से 9,957 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, अरबन डेवलपमेंट, रूरल डेवलपमेंट और जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डे पर खर्च होंगे। यमुना प्राधिकरण के इलाकों में किस रफ्तार से विकास योजनाएं चल रहीं हैं, इसका अंदाजा साल दर साल बढ़ रहे बजट से लगाया जा सकता है। महज तीन वर्षों में यमुना अथॉरिटी का बजट पांच गुना से ज्यादा बढ़ गया है। वित्त वर्ष 2022-23 में बजट 1,950 करोड़ रुपये था। जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 5,844 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। अब अगले फाइनेंशियल ईयर 2024-25 के लिए बजट 9,992 करोड़ रुपये हो गया है।
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