ललही छठ का पूजन विधि कठिन है। इस व्रत में महिलाएं महुआ के दातुन से दांत साफ करती हैं। पूजा में शाम के समय महिलाएं समूह में बैठकर हरछ्ठ मिट्टी की बेदी बनाती हैं। ललही छठ पूजा हरछठ पूजा में झरबेरी, कुश और पलास तीनों की...
Mirzapur News : पुत्र की प्राप्ति और दीर्घायु के लिए महिलाएं रखती हैं ललही छठ का व्रत, जानें विधान...
Aug 24, 2024 17:11
Aug 24, 2024 17:11
ये है पूजन की विधि
ललही छठ का पूजन विधि कठिन है। इस व्रत में महिलाएं महुआ के दातुन से दांत साफ करती हैं। पूजा में शाम के समय महिलाएं समूह में बैठकर हरछ्ठ मिट्टी की बेदी बनाती हैं। ललही छठ पूजा हरछठ पूजा में झरबेरी, कुश और पलास तीनों की एक-एक डालियां एक साथ बांधी जाती है। पूजा स्थल के जमीन को मिट्टी से लिपाई कर वहां पर चौक बनाया जाता है। ललही छठ हरछ्ठ को वहीं पर लगाकर सबसे पहले कच्चे जनेउ का सूत ललही हरछठ को पहनाया जाता है। फल फूल आदि का प्रसाद चढ़ाने के बाद महिलाएं कथा सुनती हैं।
दाऊ जी का जन्मोत्सव
पूजन के बाद महिलाएं बलराम दाऊ जी का जन्मोत्सव मनाती हैं। ललही छठ पूजा के दिन खेत में उगे हुए या जोतकर उगाए गए अनाजों और सब्जियों का सेवन नहीं किया जाता। हल बलराम दाऊ जी का मुख्य अस्त्र है। आज के दिन गाय का दूध, दही, घी या इन चीजों से बनी वस्तु को खाने की मनाही है। महिलाएं इस दिन तालाब में उगे पसही/तिन्नी का चावल/पचहर के चावल को खाकर व्रत रखती हैं। इस दिन महिलाएं भैंस का दूध, घी व दही इस्तेमाल करती हैं।
Also Read
13 Sep 2024 11:05 PM
मिर्जापुर के कछवां थाना क्षेत्र में मूर्ति विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हो गया। डीह के पास गंगा नदी के किनारे रेत से अलग गंगाजल में शुक्रवार... और पढ़ें