संभल शाही मस्जिद विवाद : अखिलेश ने कहा- चुनाव में धांधली पर चर्चा से बचने के लिए भेजी सर्वे टीम, केशव प्रसाद ने किया कार्रवाई का दावा

अखिलेश ने कहा- चुनाव में धांधली पर चर्चा से बचने के लिए भेजी सर्वे टीम, केशव प्रसाद ने किया कार्रवाई का दावा
UPT | शाही जामा मस्जिद

Nov 24, 2024 13:58

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि संभल में शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए एक सर्वेक्षण टीम बनाई गई थी। जैसे ही सर्वेक्षण टीम पहुंची, कुछ प्रदर्शनकारियों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और उन पर पथराव किया।

Nov 24, 2024 13:58

Sambhal News : संभल जिले में स्थित शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर चल रहे विवाद पर राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया है। तमाम नेताओं ने इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दी हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बसपा सुप्रीमो मायावती समेत कई नेताओं ने इस विवाद पर अपनी राय दी है।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- कानूनी कार्रवाई की जाएगी
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि संभल में शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए एक सर्वेक्षण टीम बनाई गई थी। जैसे ही सर्वेक्षण टीम पहुंची, कुछ प्रदर्शनकारियों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और उन पर पथराव किया। इस घटना पर उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करना सरकार और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है। इसका अनुपालन कराया जाएगा और कोर्ट के आदेश के अनुपालन में बाधा डालने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अखिलेश यादव- चुनाव में धांधली पर चर्चा से बचने के लिए भेजी सर्वे टीम
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संभल हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जानबूझकर सुबह सर्वे की टीम भेजी गई ताकि चुनाव में धांधली पर चर्चा न हो सके। उन्होंने इसे माहौल बिगाड़ने की साजिश बताया और कहा कि दूसरे पक्ष की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जनता का ध्यान भटकाने के लिए हिंसा कराई गई।

मायावती ने कहा- सरकार और सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि संभल जिले की शाही जामा मस्जिद को लेकर विवाद और सुनवाई के बाद सर्वे की खबरें राष्ट्रीय चर्चा में हैं। इस प्रकार की घटनाएं सदभाव और माहौल को बिगाड़ सकती हैं। सरकार और सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए और उचित कदम उठाने चाहिए।
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी- पत्थरबाजी और तोड़फोड़ उचित नहीं है।
संभल में हुई पत्थरबाजी की घटना पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि पत्थरबाजी और तोड़फोड़ उचित नहीं है। उन्होंने संभल के मुसलमानों से अपील की कि वे इस्लाम की अमन-चैन की शिक्षा को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि जामा मस्जिद एक ऐतिहासिक मस्जिद है और हम कानून और पुख्ता सबूतों के जरिए इस लड़ाई को लड़ेंगे और इसमें सफलता हमारी ही होगी। जयवीर सिंह- तुगलकी फरमान और आराजकता नहीं चलेगी
भाजपा के मंत्री जयवीर सिंह ने हाल ही में एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने कानून के पालन की अनिवार्यता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि तुगलकी फरमान और आराजकता योगी सरकार में नहीं चलेगी। कानून का उल्लंघन करने वालों को कानून ही ठीक कर देगा। सभी को न्यायालय का सम्मान करना होगा और पत्थरबाजी और गुंडई किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जयवीर सिंह ने अपने बयान में समाजवादी पार्टी (सपा) पर भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सपा के लोग ही पत्थरबाजी और गुंडई करवा रहे हैं।
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राकेश त्रिपाठी ने कहा- मुगलिया सल्तनत का दौर नहीं है
जब संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर की टीम पहुंची थी, तब पथराव हुआ। इस टीम पर पथराव करना यह दर्शाता है कि आपका संविधान, न्यायपालिका और कानून व्यवस्था में विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि यह मुगलिया सल्तनत का दौर नहीं है। अगर किसी को आपत्ति है, तो लोकतांत्रिक तरीके से अपील करके अदालत में जाएं। यूपी में योगी सरकार है और अगर कोई कानून से खिलवाड़ करेगा, तो कठोर कार्रवाई होगी। मामले की शुरुआत
मामले की शुरुआत हिंदू पक्ष द्वारा सिविल कोर्ट में दायर एक याचिका से हुई। जिसमें यह दावा किया गया कि शाही जामा मस्जिद पहले श्री हरिहर मंदिर था। याचिका में बाबरनामा, आइन-ए-अकबरी और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की 150 साल पुरानी एक रिपोर्ट को आधार बनाया गया है। हिंदू पक्ष का आरोप है कि 1529 में बाबर ने इस मंदिर को तुड़वाकर मस्जिद बनवाई और मस्जिद के अंदर शिवलिंग होने का दावा भी किया गया है। 19 नवंबर को सिविल जज सीनियर डिवीजन चंदौसी की अदालत ने सर्वे का आदेश दिया। आदेश के अनुसार एडवोकेट कमिश्नर और प्रशासनिक टीम ने उसी दिन शाम को मस्जिद में दो घंटे तक सर्वे किया। सर्वे की रिपोर्ट एक सप्ताह में अदालत को सौंपी जानी है।

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क्या है संभल मस्जिद विवाद?
संभल की शाही जामा मस्जिद में हाल ही में एक कोर्ट आदेश के बाद रात के समय सर्वे कराया गया। जिसके बाद यह मामला राष्ट्रीय चर्चा में आ गया। यह घटनाक्रम खासतौर पर जुमे की नमाज से पहले सामने आया जब इस मस्जिद के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। पीएसी और पुलिस की तैनाती से यह साफ था कि प्रशासन इस संवेदनशील मसले पर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता था।

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