कॉन्क्लेव का उद्देश्य भारत में टिकाऊ कृषि के लिए एक दूरदर्शी रोडमैप तैयार करना है। नीति निर्माताओं, वित्तीय संस्थानों और कृषि-तकनीकी नव-प्रवर्तकों के बीच संवाद को बढ़ावा देकर, यह आयोजन सहयोग और नवाचार के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा...
FPO Conclave-2024 : देशभर के 500 से अधिक संस्थान हिस्सा लेंगे, इस बार की थीम 'कृषि क्षेत्र में स्थिरता'
Sep 01, 2024 03:03
Sep 01, 2024 03:03
इस आयोजन में केंद्र और राज्य सरकार के मंत्रियों, नाबार्ड के अधिकारियों, कृषि-तकनीकी कंपनियों और अग्रणी शोधकर्ताओं की भी उपस्थिति रहेगी। समुन्नति, जो पिछले एक दशक से एफपीओ और छोटे किसानों को सशक्त बनाने में अग्रणी भूमिका निभा रही है, का मानना है कि यह कॉन्क्लेव टिकाऊ खेती में भारत के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कॉन्क्लेव के प्रमुख प्रायोजक ओलम एग्री द्वारा समर्थन प्राप्त हुआ है, जो इस आयोजन के लिए प्लेटिनम प्रायोजक के रूप में जुड़े हैं। कॉन्क्लेव के दौरान विभिन्न कार्यशालाओं, चर्चाओं, और इंटरेक्टिव सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें टिकाऊ खेती, बाजार तक पहुंच, और कृषि दक्षता में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर नवीनतम रुझानों पर चर्चा की जाएगी।
उत्पादों को बाजारों तक पहुंचाना चुनौती
समुन्नति के को-फाउंडर और सीईओ श्री अनिल कुमार एसजी ने कहा, “कृषि उत्पादों को बाजारों तक पहुंचाना हमेशा एक चुनौती रही है, लेकिन एफपीओ इस चुनौती का समाधान प्रदान कर रहे हैं। हमें ऐसे संगठनों को मजबूत करने के प्रयासों को जारी रखना होगा ताकि वे टिकाऊ कृषि पद्धतियों की बढ़ती मांग को पूरा कर सकें।”
कॉन्क्लेव का उद्देश्य भारत में टिकाऊ कृषि के लिए एक दूरदर्शी रोडमैप तैयार करना है। नीति निर्माताओं, वित्तीय संस्थानों और कृषि-तकनीकी नव-प्रवर्तकों के बीच संवाद को बढ़ावा देकर, यह आयोजन सहयोग और नवाचार के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा। कॉन्क्लेव में साझा की गई चर्चाओं और अंतर्दृष्टियों का भारत की टिकाऊ कृषि पद्धतियों पर स्थायी प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
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