अखाड़ा परिषद ने महाकुंभ में गैर सनातनियों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने मांग की है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि हमने यह मांग की है कि उग्रवादी रूप वाले लोगों का मेले में प्रवेश वर्जित होना चाहिए...
Prayagraj News : अखाड़ा परिषद की अनूठी मांग, गैर सनातनियों के महाकुंभ में प्रवेश पर पाबंदी लगे...
Oct 11, 2024 16:45
Oct 11, 2024 16:45
- महाकुंभ की शास्त्रीय सीमा में मांस और मदिरा की बिक्री पाबंदी के फैसले का स्वागत।
- आम मुसलमानों को अपने रोजी-रोटी से ही मतलब होता है।
- ऐसी कोशिश होनी चाहिए कि जो सनातनी नहीं हैं, वह मेले में आने से परहेज करें।
महाकुंभ में आधार कार्ड जरूरी हो
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि जहां तक आम मुसलमान का सवाल है, उसे अपने रोजी-रोटी से मतलब होता है। इसीलिए यह मांग उठाई गई है कि जो सनातनी हों, वही महाकुंभ मेले में आएं। ऐसी कोशिश होनी चाहिए जो सनातनी नहीं हैं, वह मेले में आने से परहेज करें। महाकुंभ में आने वाले लोगों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य किए जाने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि यह पता चलेगा कि आने वाला व्यक्ति पश्चिम बंगाल से आया है या फिर बांग्लादेश से आया है। इससे आधार कार्ड जरूरी करने से सुरक्षा के लिए खतरा बने लोगों की पहचान हो सकेगी। पुलिस और दूसरी जांच एजेंसियां ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन भी ले सकेंगी।
मांस की बिक्री पर पाबंदी लगे
महाकुंभ की शास्त्रीय सीमा में मांस और मदिरा की बिक्री प्रतिबंधित किए जाने के सीएम योगी के फैसले का भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने स्वागत किया है। हालांकि उन्होंने मांग की है कि पूरे तीर्थराज प्रयाग में मांस और मदिरा को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। मांस की दुकानों पर चोरी छिपे प्रतिबंधित मांस भी बिकता है, यह सभी जानते हैं। इसलिए इस पर बैन लगाना जरूरी है। उन्होंने प्रयागराज शहर में अंडों की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि संगम नगरी धर्म और आध्यात्म की धरती है। 13 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले महाकुंभ मेले में साधु संत और गृहस्थ सभी यहां आकर कठिन तप, जप और साधना करते हैं। उन्होंने योगी सरकार से मांग की है कि पूरे प्रयागराज में मांस की दुकानों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
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