एनआईए कोर्ट के स्पेशल जज विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखकर जज दिवाकर की सुरक्षा को अपर्याप्त बताते हुए इसे बढ़ाने की अपील की है।
Gyanvapi Case : ज्ञानवापी सर्वे का आदेश देने वाले जज के लिए सुरक्षा की मांग, कट्टरपंथियों से जान का खतरा
Jun 23, 2024 01:36
Jun 23, 2024 01:36
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जज ने पत्र लिख की सुरक्षा की मांग
स्पेशल जज त्रिपाठी ने अपने पत्र में लिखा कि जांच में यह सामने आया है कि कट्टरपंथी जज दिवाकर की हत्या की साजिश रच रहे हैं। यह मामला अत्यंत संवेदनशील है और अगर अदनान खान की गतिविधियों पर तुरंत रोक नहीं लगाई गई तो कोई बड़ी घटना हो सकती है। ज्ञात हो कि जज दिवाकर वर्तमान में बरेली में अडिशनल सेशन जज के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने भी यूपी के चीफ सेक्रेटरी को अपनी सुरक्षा बढ़ाने को लेकर पत्र लिखा था।
हत्या की रची जा रही है साजिश
जस्टिस दिवाकर ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि 13 मई 2022 को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उन्हें सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया था, लेकिन वर्तमान में जो सुरक्षा मिली है वह अपर्याप्त है। उन्होंने लिखा कि इस्लामिक कट्टरपंथी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का ब्रेन वॉश कर रहे हैं और उन्हें काफिर बताते हुए मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। इसलिए मुझे और मेरे परिवार को पर्याप्त सुरक्षा की आवश्यकता है।
जज को मिल रही है धमकियां
25 अप्रैल को जज दिवाकर ने बरेली पुलिस को सूचित किया था कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय कॉल्स आ रही हैं। वर्तमान में उन्हें केवल दो सुरक्षाकर्मी मिले हुए हैं और उनके पास आतंकवादी हमले से निपटने के लिए पर्याप्त हथियार नहीं हैं। 3 जून को यूपी एटीएस ने अदनान खान के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया, जिसमें यूएपीए भी शामिल है। आरोप है कि अदनान खान ने इंस्टाग्राम अकाउंट का उपयोग करके जस्टिस दिवाकर को धमकियां दी हैं। एटीएस अधिकारी के अनुसार, अदनान खान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से जस्टिस रवि को धमकियां भेजी हैं।
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